रोमांटिक फिल्मों में एक चॉकलेटी बॉय के रूप में कार्तिक आर्यन की एक्टिंग की दुकान अच्छी खासी चल रही थी, लेकिन न जाने अचानक उन्हें क्या सूझा जो एक्शन कॉमेडी ड्रामा ‘शहजादा’ में साउथ के एक्शन किंग जाने माने वाले अल्लू अर्जुन के एक्शन की कॉपी कर बैठे और मुंह के बल ऐसे गिरे कि गहरे से आहत हुए हैं। कार्तिक आर्यन की एक्शन फैमिली ड्रामा फिल्म ‘शहजादा’ पहले दिन पहले शो में ही बॉक्स आॅफिस पर ढेर हो गई।
शायद कार्तिक को लगा था कि बॉलीवुड में कोई भी एक्टर तब तक रियल हीरो नहीं बन सकता जब तक कि वह 10-20 गुंडों को एक साथ पीट न ले और बस वो यही भूल कर बैठे। नतीजा सबके सामने है। कार्तिक आर्यन की फिल्म ‘शहजादा’ अल्लू अर्जुन की मसाला एंटरटेनर सुपरहिट फिल्म ‘अला वैकुण्ठपुरामुलू’ का हिंदी रीमेक थी। फिल्म में बंटू बने कार्तिक आर्यन को हमेशा सेकंड हैंड चीजों से गुजारा करना पड़ता है और असल जिंदगी में भी उन्हें अल्लू अर्जुन द्वारा निभाये गये इस किरदार पर ही गुजारा करना पड़ा।
जिन लोगों ने अल्लू अर्जुन की ओरिजनल फिल्म ‘अला वैकुण्ठपुरामुलू’ नहीं देखी, शायद उन्हें भी कार्तिक की यह फिल्म अच्छी नहीं लगी क्योंकि फिल्म की कहानी ऐसी थी जिसे बॉलीवुड दर्शक हजारों बार देख चुके हैं। स्क्रीन पर एक्शन करते हुए कार्तिक को देखने के बाद दर्शकों के मन में सिर्फ एक ही बात थी कि अल्लू अर्जुन क्री तरह एक्शन करना इस लवर बॉय के बूते के बाहर की बात है।
सबसे बड़ी बात कि ‘देसी बॉयज’ और ‘ढिशूम’ जैसी फिल्में डायरेक्ट करने वाले रोहित धवन ‘शहजादा’ को ‘अला वैकुण्ठपुरामुलू’ की कार्बन कॉपी से ज्यादा कुछ भी साबित नहीं कर सके। ‘शहजादा’ कोई साउथ की सुपर हिट फिल्म की पहली रीमेक नहीं जो फ्लॉप रही। इसके पहले भी ‘जर्सी’, ‘विक्रम वेधा’, मलयालम सर्वाइवल थ्रिलर फिल्म हेलेन (2019) और जाह्नवी कपूर अभिनीत रीमेक ‘मिली’ और ‘गुडलक जेरी’ जो कि तमिल फिल्म ‘कोलामावु कोकिला’ का रीमेक थी, को भी बॉलीवुड की आॅडियंस बुरी तरह नकार चुकी है।
ऐसा ही कुछ हाल, हाल ही में रिलीज अक्षय कुमार और इमरान हाशमी स्टारर ‘सेल्फी’ का भी हुआ। उनकी यह फिल्म सुपरहिट मलयालम कॉमेडी ड्रामा ‘ड्राइविंग लाइसेंस’ का हिंदी रीमेक थी। अब सवाल उठता है कि आखिर ‘गजनी’, ‘राउडी राठौर’, ‘कबीर सिंह’, ‘भूल भुलैया’ और ‘हेरा फेरी’ सहित साउथ की अनेक रीमेक को बॉलीवुड में जबर्दस्त कामयाबी मिलने के बाद ऐसा क्या हुआ कि अब साउथ की हिट फिल्मों की रीमेक लगातार फ्लॉप हो रही हैं? रीमेक के मामले में उनके हिट या फ्लॉप होने के लिए फिल्म प्रोडक्शन के अलावा कई अन्य फैक्टर भी काम करते हैं।
फिल्म की कास्टिंग से लेकर कहानी तक इस बात पर पूरा फोकस होना चाहिए कि ओरिजिनल फिल्में अब अलग अलग ओटीटी प्लेटफॉर्म और टीवी चैनलों पर पहले ही रिलीज की जा रही हैं। साउथ की चारों भाषाओं की लगभग हर सुपर हिट फिल्म को हिंदी में डब करके रिलीज भी किया जा चुका है या किया जा रहा है। लिहाजा रीमेक में भी अब दर्शकों को नए सरप्राइज की तलाश रहने लगी है।
कोरोना के पहले आॅडियंस में साउथ की फिल्में देखने वाले गिने चुने लोग ही होते थे लेकिन अब हर कोई साउथ की डब मूवी देखना पसंद कर रहा है। यही वजह है कि ‘जर्सी’ ‘विक्रम वेधा’ ‘शहजादा’ और सेल्फी’ जैसी रीमेक फिल्में लगातार पिट रही हैं। जिस तरह से इन रीमेक में केवल कॉपी पेस्ट की नीति को अपनाया गया, वही इन फिल्मों को डुबाने की एक मात्र वजह साबित हुई। ऐसा नहीं है कि सिर्फ साउथ की हिट फिल्मों के हिंदी रीमेक बन रहे हैं। साउथ वाले भी बॉलीवुड की कुछ सफल फिल्मों के रीमेक अपनी भाषाओं में बना चुके हैं लेकिन उन्हें देखने के बाद साफ नजर आता है कि वह अपने दिमाग का इस्तेमाल भी करते हैं।
एस शिरढोनकर