Wednesday, March 22, 2023
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फिल्म इंडस्ट्री का स्याह पक्ष कास्टिंग काउच

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देखने वालों को सिल्वर स्क्रीन पर एक कामयाब और लोकप्रिय एक्ट्रेस के जीवन में सिर्फ उसके ग्लैमर की चकाचौंध ही नजर आती है लेकिन हर कोई जानता है कि उस ग्लैमर के पीछे ढेर सारा स्ट्रगल और तमाम तरह की पीड़ाएं भी होती हैं। कैमरे के पीछे बहुत कुछ ऐसा होता है जिससे उन्हें लगभग रोजाना ही गुजरना पड़ता है। यह बिलकुल सच है कि हर चमकने वाली चीज का एक स्याह पक्ष भी होता है और एक्ट्रेस की चमक दमक के पीछे का स्याह और डरावना पक्ष होता है ‘कास्टिंग काउच’ जिसकी इस इंडस्ट्री में हमेशा चर्चा होती रहती है।

एक एक्ट्रेस के लिए पहली फिल्म हासिल करने के लिए उसका पहला कदम ‘कास्टिंग काउच’ ही माना जाता है और बॉलीवुड की तरह साउथ की फिल्म इंडस्ट्री भी इस नामुराद चीज से अछूती नहीं है। अनुष्का शेट्टी, ऐश्वर्या राजेश, रश्मिका मंदाना और नयनतारा जैसी साउथ की जानी मानी अनेक एक्ट्रेसों ने भी अपने कैरियर की शुरुआत में कभी न कभी इस फेज का सामना किया है।

शाहरुख के अपोजिट ‘जवान’ के जरिये बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही साउथ एक्ट्रेस नयनतारा ने हाल ही में साउथ फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच के इस बदसूरत सच को उजागर करते हुए बताया कि किस तरह उन्हें एक फेवर के बदले एक महत्वपूर्ण भूमिका की पेशकश की गई थी। नयनतारा कहती हैं कि ‘लेकिन मैंने उसे साहस पूर्ण तरीके से रिजेक्ट कर दिया। ‘मुझे खुद पर पूरा भरोसा था कि, एक न एक दिन, मेरा टेलेंट शीर्षस्थ एक्ट्रेस बना सकेगा और ऐसा ही हुआ।’

बाहुबली फेम अनुष्का शेट्टी, बॉक्स आॅफिस के लिए सबसे अधिक विश्वसनीय तेलुगु भाषी अभिऩेत्रियों में से एक हैं। उनका कहना है कि ‘बॉलीवुड और साउथ की दूसरी फिल्म इंडस्ट्री की तरह, ‘कास्टिंग काउच’ तेलुगु फिल्म जगत में भी मौजूद है। जब सारे रिक्वायरमेंट, फेवर और कंप्रोमाइज एक जैसे हैं तो भला ऐसे में तेलुगु फिल्म जगत इससे अछूता कैसे रह सकता है।’ लेकिन उनका कहना है कि ‘मैंने अपने कैरियर में कभी भी इसका सामना नहीं किया। कभी कोई मेरा शोषण नहीं कर सका।’

उन्होंने बताया कि वह शुरू से सीधी और स्पष्टवादी रही हैं, इसलिए उनका फायदा कोई कभी भी नहीं उठा सका। अनुष्का आगे कहती हैं कि यह खुद एक एक्ट्रेस पर निर्भर करता है कि वह यह तय करे कि उसे एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में लंबे समय तक टिके रहने के लिए आसान तरीके या फिर कठिन और संघर्ष भरी कांटों वाली लेकिन सम्मान भरी राह चाहिए। साउथ की एक्ट्रेस लक्ष्मी मांचू, अभिनेता मोहन बाबू की बेटी हैं।

उन्होंने इस इंडस्ट्री में व्याप्त गंदे धंधे ‘कास्टिंग काउच’ के बारे में बात करते हुए कहा कि ‘ये केवल फिल्म इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि यह हर क्ष़ेत्र में है। मैं बैंकिंग और आई टी उद्योग की बहुत सी ऐसी महिलाओं को जानती हूं जिन्होंने इसका सामना किया है।’ लक्ष्मी मांचू कहती हैं कि ‘शुरू में मैंने सोचा था कि मेरे साथ ये कभी नहीं होगा, क्योंकि मैं एक ऐसे शख्स की बेटी हूं जिसकी सारी इंडस्ट्री बहुत इज्जत करती है लेकिन यहां के लोग बड़े निर्दयी हैं।’

साउथ की ही एक और एक्ट्रेस ऐश्वर्या राजेश दिवंगत दिग्गज अभिनेता राजेश की बेटी हैं, लेकिन न सिर्फ उन्होंने भी कास्टिंग काउच का सामना किया बल्कि इस बात को साझा किया कि लोग किस तरह से एडजस्टमेंट, अनुबंध, समझौते जैसे शब्दों की ओट में इस तरह के प्रस्तावों को छिपाते फिरते हैं। मलयालम फिल्मों की एक्ट्रेस पार्वती थिरूवोथु को फिल्म सर्कल में बाथरूम पार्वती कहा जाता था, क्योंकि उन्होंने फिल्म सेट पर महिलाओं के लिए साफ और अलग बाथरूम की मांग की थी। उन्होंने ‘कास्टिंग काउच’ के बारे में अपनी राय रखते हुए कहा कि ‘मुझे समझ में नहीं आता कि इसे इतने आश्चर्यजनक रूप से क्यों लिया जाता है। यह एक ऐसी सच्चाई है जिससे हम मुंह नहीं चुरा सकते।’ साउथ की बेहद खूबसूरत एक्ट्रेसों में शुमार रश्मिका मंदाना बॉलीवुड की भी एक कामयाब स्टार हैं।

वह ‘कास्टिंग काउच’ पर अपनी राय रखते हुए कहती हैं कि ‘इस प्रवृत्ति को खत्म या कम करने के लिए इसकी शिकार महिलाओं को चाहिए कि वो उन शिकारियों को बेनकाब करें।’ जब रश्मिका से पूछा गया कि इस तरह की हिम्मत दिखाने वालों के लिए फिल्में पाने के अवसर खत्म नहीं होंगे ? तो उनका कहना था कि ‘यह उन पर निर्भर है कि उन्हें फिल्में चाहिए या फिर शोषण। उन्हें सिर्फ एक को चुनना होगा। मुझे लगता है कि आप तो सिर्फ ना कहते रहिए। कभी न कभी आपको मौका अवश्य मिलेगा। ना कहना मुश्किल है।

ऐसा कहने में वक्त लगता है लेकिन हमें ना कहना आना ही चाहिए।’ मलयालम फिल्मों की दीपिका पादुकोण कहलाने वाली एक्ट्रेस अमला पॉल कहती हैं कि ‘मुझ पर तो कई लोगों ने प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि मैंने ‘कास्टिंग काउच’ का विरोध किया था, लेकिन इसके बावजूद आज मैं अपने पांव पर खड़ी हूं। मैंने अब तक अच्छे निर्माताओं और अच्छे निर्देशकों के साथ 40 फिल्में पूरी की हैं। इस वक्त मैं 5 फिल्मों की शूटिंग कर रही हूं।

सुभाष शिरढोनकर


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