जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी के निर्देश पर शुक्रवार को बागपत बाइपास स्थित फ्लाई ओवर के पास आठ दुकानों पर बुलडोजर चला दिया। ये दुकानें ग्रीन बेल्ट में बना दी गई थी। पहले भी इन पर सील की कार्रवाई की गई थी, लेकिन निर्माण कर दिया गया था।
एनजीटी के आदेश पर ग्रीन बेल्ट में कब्जा करने वालों के खिलाफ लगातार एमडीए कार्रवाई कर रहा है। जिस दौरान एमडीए इंजीनियरों की टीम फोर्स के साथ ध्वस्तीकरण कर रही थी, तभी कुछ लोगों ने भारी विरोध कर दिया। विरोध कर रहे लोगों को पुलिस ने हटाया। एमडीए इंजीनियरों के पास भाजपा विधायक जितेन्द्र सतवाई ने भी फोन कर निर्माण तोड़ने का विरोध किया, लेकिन एमडीए की टीम ने एक नहीं सुनी तथा ध्वस्तीकरण पूरा किया।
यह ध्वस्तीकरण प्राधिकरण प्रवर्तन खंड जोन-सी दो क्षेत्र से जुड़ा है। यहां पर करीब 700 वर्ग मीटर में बिना मानचित्र स्वीकृति के ग्रीन बेल्ट में नियमों के विपरीत अवैध निर्माण कर दिया गया। अवैध रूप से आठ दुकानों का ग्रीन वर्ज तथा रोड वाइंडिंग की जमीन में निर्माण कर दिया गया था। जब निर्माण किया, तब भी एमडीए की टीम ने सील लगाकर निर्माण रुकवाया था, लेकिन फिर भी निर्माण पूरा कर दिया गया।
वर्तमान में सभी दुकानों में व्यापार भी किया जा रहा था, लेकिन एमडीए की टीम ने पहले दुकानों को खाली कराया, फिर उस पर बुलडोजर चला दिया। प्राधिकरण के अनुसार ओम प्रकाश, सुषमा त्यागी, बबीता आदि की दुकानों पर यह बड़ी कार्रवाई एमडीए ने की है। एमडीए ने सुबह नौ बजे फोर्स मांगी थी। फोर्स तो समय से पहुंच गई, लेकिन एमडीए अधिकारी विलंब से पहुंचे। ध्वस्तीकरण के दौरान पीएसी के 90 जवान मौजूद थे।
उनकी मौजूदगी में ही ध्वस्तीकरण का यह बड़ा अभियान चला। जिस दौरान एमडीए ने ध्वस्तीकरण आरंभ किया, तभी खुद को भाजपा नेता बताने वाले कुछ लोगों ने इसका विरोध किया। एमडीए इंजीनियरों से उलझने का प्रयास कर रहे भाजपा नेताओं को पुलिस ने हटाया, जिसके बाद ध्वस्तीकरण चला। यही नहीं, भाजपा विधायक जितेन्द्र सतवाई ने भी तोड़फोड़ का एमडीए इंजीनियरों को फोन कर विरोध किया तथा कहा कि यह ध्वस्तीकरण गलत किया जा रहा है, लेकिन एमडीए के अधिकारियों ने बताया कि ध्वस्तीकरण एनजीटी के आदेश पर किया जा रहा है। क्योंकि ग्रीन वर्ज में अवैध तरीके से दुकानों का निर्माण कर दिया है। जोनल अधिकारी व अधिशासी अभियंता धीरज सिंह, अवर अभियंता देवेंद्र चौहान, नरेश शर्मा, राकेश पंवार के अलावा प्रवर्तन खंड के अधिकारी मौजूद रहे।