जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: समाजवादी पार्टी में सरधना व हस्तिनापुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी को लेकर कई दिनों से गहमागहमी चल रही थी। आखिर सरधना विधानसभा सीट की स्थति शनिवार की देर शाम को क्लीयर हो गई। सपा के राष्टÑीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अतुल प्रधान को सपा का सिंबल थमा दिया।
अतुल प्रधान सपा के सरधना से अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया। अतुल प्रधान सरधना से तीसरी बार सपा प्रत्याशी के रूप में चुनावी ‘रण’ में ताल ठोंकेंगे। हालांकि हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र से सपा का कौन प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा? इसको लेकर स्थिति शनिवार को भी स्पष्ट नहीं हुई।
एक तरह से हस्तिनापुर फिलहाल ‘वेटिंग’ में रहेगा। रविवार को हस्तिनापुर को लेकर कोई निर्णय सपा के राष्टÑीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लेंगे।
दरअसल, सरधना से सपा के सिंबल के दो-दो दावेदार थे, जिसमें हाल ही में भाजपा छोड़कर आये पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के साथी पूर्व एमएलसी हरपाल सैनी और अतुल प्रधान दोनों ही टिकट मांग रहे थे। आखिर शनिवार की देर शाम सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरधना को लेकर सहमति बनाने में कामयाब हो गए, जिसके बाद ही अतुल प्रधान को सपा का सिंबल दिया गया है। कई दिनों से चल रही जद्दोजहद पर आखिर विराम लग गया।
सरधना तो फाइनल हो गया, लेकिन हस्तिनापुर को लेकर अभी सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। हस्तिनापुर विधानसभा सीट बेहद महत्वपूर्ण हैं। यहां यह भी किवंतदी है कि जिस पार्टी का प्रत्याशी हस्तिनापुर से जीत दर्ज करता है, उसी पार्टी की सरकार प्रदेश में बनती हैं।
इसको लेकर भी सपा मुखिया कुछ ज्यादा ही हस्तिनापुर को लेकर माथा-पच्ची कर रहे हैं। हस्तिनापुर से पूर्व विधायक प्रभुदयाल वाल्मीकि और पूर्व विधायक योगेश वर्मा, दो मजबूत दावेदार हैं। पूर्व विधायक योगेश वर्मा भी पिछले पांच वर्ष से तैयारी कर रहे थे। योगेश वर्मा भी कई दिनों से लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं। कहा जा रहा है कि रविवार को हस्तिनापुर को लेकर भी स्थिति साफ हो जाएगी।