नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। मौसम में बदलाव के कारण वायरल बुखार के मामले भी देखने को मिल रहे है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी बुखार की चपेट में आ रहे हैं। इस दौरान खांसी, शरीर में दर्द, सर्दी-जुकाम, कमजोरी, सिर दर्द की समस्याओं से जूझना पड़ता है।
वायरल बुखार के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। वायरल में दवा लेने से कुछ समय तक ठीक हो जाता है और दवाइयों का असर खत्म होने पर फिर से बुखार हो जाता है। बार-बार दवा लेना आपकी सेहत के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। तो आइये आज हम आपको बतयेंगे सर्दी-बुखार से निजात पाने के लिए औषधीय गुणों वाले पत्तों के बारें में…पत्तों का इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद भी होता है।
तुलसी
तुलसी की पत्तियां एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटीबायोटिक्स के रूप में जानी जाती हैं। यह वायरल फीवर से लेकर दिल की बीमारियों को भी दूर करने में कारगर होती है। तुलसी के पत्ते पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस से भरपूर होते हैं।
वायरल फीवर को रोकने के लिए तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप सबसे पहले तुलसी के पत्तों को पानी में उबाल कर छान लें। वहीं उबला हुआ पानी गुनगुना होने पर इसे पी लें। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
पुदीना
पुदीना एक ऐसा पौधा है, जिसका उपयोग हर भारतीय परिवार की रसोईघर में किया जाता है। इसके अलावा यह एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी भी है। पुदीना को अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसकी तासीर गर्म होने के कारण यह शरीर से पसीने को निकालकर बुखार को दूर करता है।
वायरल फीवर को कम करने के लिए आप पुदीना के पत्तों के साथ हल्दी पाउडर को उबाल लें। दिन में दो बार इसका सेवन किए जाने पर आपको जल्द ही बुखार से आराम मिलेगा।
सहजन
वायरल बुखार में गले में खराश, शरीर में दर्द का होना आम बात है। लेकिन सहजन के पत्ते का सेवन कर आप वायरल को चुटकियों में दूर कर सकते हैं। सहजन के पत्ते विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। सहजन के पत्ते और इसकी छाल वायरल को तोड़ सकती है।
इसके पत्ते और छाल के नियमित सेवन से आप अपने सिस्टम से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल सकते हैं। इस देसी तरीके को अपनाकर आप भी राहत पा सकते हैं। वहीं सहजन की पत्तियों का काढ़ा पीने से ब्लड प्रेशर और इम्यून सिस्टम की परेशानियों से फायदा मिलता है।
सेज
सेज एक सुगंधित जड़ी बूटी है। इसका इस्तेमाल मसालों को साथ किया जाता है। साथ ही सेज के पत्तों का इस्तेमाल वायरल फीवर के इलाज के लिए भी किया जाता रहा है। सेज एक औषधीय गुणों वाला सुगन्धित पौधा है। सेज के पत्तों में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं।
इसके अलावा इसमें सैफिसिनोलाइड यौगिक पाए जाते हैं। जिसकी वजह से इसका सेवन करने पर एंटीवायरल प्रभाव पड़ता है। सेज के पत्तों को पानी में उबालकर इसका काढ़ा पीने से वायरल के लक्षणों काफी हद तक कम हो जाते हैं।
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