Thursday, January 9, 2025
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एकीकृत निक्षय दिवस पर मिले टीबी के 23 और मरीज, इलाज शुरू

  • 16 जनवरी को सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर मनाया गया था एकीकृत निक्षय दिवस

जनवाणी संवाददाता |

सहारनपुर: गत16 जनवरी को आयोजित एकीकृत निक्षय दिवस की उपयोगिता सिद्ध हो रही है। इस विशेष दिवस पर स्वास्थ्य इकाइयों पर हुई जांच में 23 नये टीबी के मरीज मिले। इनका इलाज शुरू कर दिया गया है। जांच में करीब 123 लोग मधुमेह से भी ग्रसित पाए गए हैं। इन्हें भी चिकित्सकीय सलाह दी जा रही है।

गत सोमवार (16 जनवरी) को जनपद की सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया। इस विशेष दिवस पर स्वास्थ्य इकाइयों की ओपीडी में 7646 मरीज आए। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ)डा. सर्वेश सिंह ने बताया स्क्रीनिंग के दौरान 766 ऐसे लोग मिले, जिनमें टीबी से मिलते-जुलते लक्षण थे। इनके बलगम को जांच के लिए भेजा गया। शनिवार शाम तक जो रिपोर्ट आई है, उसमें 23 लोगों में टीबी की पुष्टि हुई है। फौरी तौर पर क्षय रोग विभाग ने इन मरीजों का इलाज शुरू कर दिया है।

बता दें कि विभिन्न बीमारी से ग्रसित मरीजों में से दस प्रतिशत की टीबी की स्क्रीनिंग की गयी थी। उन्होंने बताया -123 मरीजों में मधुमेह पाया गया है। उल्लेखनीय है कि सरकार सन्2025 तक देश को टीबी मुक्त करना चाहती है। इसीलिए विभिन्न की योजनाओं के जरिये टीबी उन्मूलन की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों,अफसरों के अलावा सामाजिक संस्थाओं तथा टीबी चैंपियन की भी मदद ली जा रही है।

सीडीओ विजय कुमार ने जनपद के 1600 टीबी मरीजों को गोद लिया है। इन सभी का नियमित इलाज किया जा रहा है। इंडियन टोबैको कंपनी (आईटीसी) ने भी1600 टीबी मरीजों को हाल ही में गोद लिया है। इन सभी को कंपनी कीओर से पोषण प्रदान किया जा रहा है। डीटीओ ने बताया सहारनपुर में 47 टीबी चैंपियन हैं जो कि टीबी उन्मूलन की दिशा में काफी सहायक साबित हो रहे हैं। वह मरीजों की हौसला आफजाई केसाथ उनका भावनात्मक स्तर पर सहयोग कर रहे हैं।

इन स्वास्थ्य इकाइयों पर मनाया गया था एकीकृत निक्षय दिवस

जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सर्वेश सिंह ने बताया – जिला अस्पताल के साथ 16 जनवरी को एकीकृत निक्षय दिवस जनपद के समस्त 205 हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर, 21 सीएचसी और 39 पीएचसी पर आयोजित किया गया था। ओपीडी में आने वाले मरीजों में दस फीसद की टीबी की जांच की गयी। एकीकृत निक्षय दिवस में कुष्ठ रोगियों की भी जांच की गई थी। जनपद में फाइलेरिया और कालाजार के मरीज फिलहाल नहीं हैंलेकिन, इस बाबत स्क्रीनिंग की गई, लेकिन कालाजार और फाइलेरिया काकोई मरीज नहीं मिला।

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