- ग्रामीण फीडर न होने से अंधेरे में रात गुजारते हैं ग्रामीण
- भाजपा सांसद प्रदीप चौधरी के लोकसभा क्षेत्र का गांव
जनवाणी संवाददाता |
ऊन: एक ओर जहां आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर सरकारी इमारतों एवं गांव एवं शहर बिजली की रंगीन रोशनी में नहा रहे थे, वहीं तहसील क्षेत्र का एक गांव आज तक अंधेरे में ही रहने को मजबूर है। ग्रामीणों ने कई बार विद्युत विभाग को अलग लाइन बनाकर रात्रि के समय बिजली देने की मांग की लेकिन आज तक वह पूरी नहीं हो पाई जिस पर ग्रामीणों ने एक बार फिर उप जिलाधिकारी को शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
देश आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मना रहा है जिसमें सरकारी इमारतों को दुल्हन की तरह सजाया गया। गांव-गांव, शहर- शहर जगमग रोशनी की गई लेकिन तहसील ऊ न के गांव नाई नंगला नवीन के मजरे सिरसागढ़ के लोग रोशनी से वंचित हंै गांव में करीब 60-70 परिवार रहते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 2014 में ट्रांसफार्मर व लाइन खींची गई थी लेकिन वह लाइन सिंचाई के लिए खींची गई थी जिससे सरकार के दिशा निर्देशों के तहत दिन में ही विद्युत सप्लाई आती है, रात के समय नहीं। सरकार द्वारा गांव में 18 घंटे बिजली सप्लाई करने हेतु टाउन की अलग लाइन बनाई गई थी लेकिन उक्त गांव में अलग विद्युत लाइन नहीं बनाई गई। विद्युत लाइन न होने के कारण गांव रात्रिकालीन बिजली से महरुम है बच्चों की पढ़ाई के लिए गांव वाले इनवर्टर व चार्जिंग बैटरी से काम चलाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि रात्रि में बिजली न होने के कारण गांव में चोरी होने का भय बना रहता है। कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिए लेकिन कोई कार्रवाई आज तक नहीं हो पाई।
ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी निकिता शर्मा को शिकायत कर टाउन फीडर बनवाने की मांग की है। एसडीएम से मांग करने वालों में भीम सिंह, संतराम, सोमपाल, अमित, बृजेश, सतवीर, बलबीर, शमशेर आदि शामिल है।