जनवाणी ब्यूरो |
बिजनौर: जिला मलेरिया अधिकारी प्रभारी आशुतोष सिंह ने बताया कि सबसे पहले आशा के जरिए गांव में बुखार रोगी की खोज की जाएगी। रोगी मिलने पर आशा सीएस एप पर रिपोर्ट करेगी। इसके बाद ब्लॉक रैपिड रेस्पांस टीम उस गांव में पहुंचेगी। यह टीम मरीज का ब्लड सैंपर मलेरिया की जांच करेगी।
मलेरिया की रिपोर्ट निगेटिव आने पर मरीज का ब्लड सैंपल लेकर जिला अस्पताल भेजा जाएगा। जहां डेंगू, चिकनगुनिया, स्क्रब टाइफस, लेप्लोस्पाइरेसिस, की जांच होगी। मरीज की रिपोर्ट को पोर्टल पर भी अपडेट किया जाएगा। मरीज में डेंगू व चिकनगुनिया की पुष्टि होने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग इलाज के लिए प्रबंध करेगा। इससे पहले मरीज को बुखार की दवा देकर रेपिड रेस्पांस टीम आइसोलेट कर देगी।
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