कुछ खास प्रतिबंध के लिए जिलाधिकारी ने जारी किए निर्देश
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: जनपद के नगरीय क्षेत्र में कुछ सूकरों की मृत्यु की सूचना पर पशुपालन विभाग की टीम ने विभिन्न स्थानों से रक्त, मल एवं बिसरा के नमूने एकत्र कर परीक्षण हेतु भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जत नगर, बरेली को भेजे थे, जिसकी परीक्षण रिपोर्ट दिनांक 07.07.2022 को प्राप्त हुई है। इसमें अफ्रीकन स्वाइन फीवर वायरस की पुष्टि हुई है। यह वायरस सूकर प्रजाति को संक्रमित करता है।
इससे मनुष्य एवं अन्य पशु प्रजाति में कोई संक्रमण नहीं होता है। इसलिये इस रोग से किसी भी प्रकार के भयभीत होने की आवश्यकता नहीं हैं। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाक्टर राजीव सक्सेना ने बताया कि सूकर प्रजाति में इस वायरस के प्रसार की रोकथाम हेतु जिलाधिकारी द्वारा निम्न प्रतिबन्ध कडाई के साथ लागू किये जाने के आदेश पारित किये गये हैं।
- रोग प्रभावित क्षेत्र में सूकरो के आवागमन पूर्णतया प्रतिबन्धित किया जाता है।
- किसी भी प्रकार के सूकर बाजार का आयोजन पूर्णतया प्रतिबन्धित किया जाता है।
- सूकर मांस की बिकी पूर्णत: प्रतिबन्धित की जाती है।
- सूकर तथा सूकरों से निर्मित उत्पादों की बिक्री पूर्णतया प्रतिबन्धित की जाती है।
- प्रभावी क्षेत्र में सघन सफाई, डिस्इन्फेक्शन एवं सेनेटाईजेशन का कार्य स्थानीय निकाय द्वारा
युद्ध स्तर पर किया जाए। - रोग से पीडित सूकरों का उपचार एवं जागरूकता का अभियान युद्ध स्तर पर चलाया जाए।
सूकरों में किसी भी प्रकार की अस्वभाविक मृत्यु की सूचना पशुपालन विभाग सहारनपुर के जनपदीय नोडल अधिकारी डा० मुकेश गुप्ता, उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी, चिकित्सा स्वास्थ्य मुख्यालय- मोबाइल नम्बर 9411913560 पर तत्काल प्रेषित की जाये।
पशुपालन विभाग तथा नगर निगम की टीम द्वारा समस्त सूकर पालकों से सम्पर्क कर उक्त रोग पर प्रभावी नियन्त्रण हेतु सूकरबाड़ों का विसंक्रमण एवं साफ-सफाई तथा पीडित सूकरों का लगातार उपचार किया जा रहा है। अत: समस्त सूकर पालकों से अपील है कि वे अपने सूकर बाड़ों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा कोई भी सूकर बीमार होता है तो उसकी सूचना तत्काल पशुपालन विभाग व नगर निगम को उपलब्ध करा दें ताकि पीडित सूकर का उपचार समय से करते हुए उक्त रोग की रोकथाम की जा सके।