- लंपी रोग से बचाव के लिए कीटनाशक का छिड़काव कराने के निर्देश
- सीडीओ ने पशुओं में होने वाली बीमारी से बचाव के संबंध में की बैठक
- सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने दी विस्तृत जानकारी, टीकाकरण में तेजी लाने पर बल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कलक्ट्रेट कार्यालय में मुख्य विकास अधिकारी शशांक चौधरी ने पशुओं में होने वाली बीमारी लंपी से बचाव के संबंध में बैठक का आयोजन किया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को गोशालाओं की साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। तथा जिन ग्रामों में अधिक गोवंश हैं, उन पर अधिक ध्यान देने को कहा। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बीमार पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखकर उनका इलाज किया जा रहा है।
बैठक के दौरान जनपद में लंपी स्किन डिजीज के बारे में जानकारी देते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने अवगत कराया कि इस समय मेरठ जनपद में बीमार गोवंश की संख्या 581 तक पहुंच चुकी है। राहत की बात यह है कि सोमवार को जहां 67 नए केस सामने आए, वहीं ठीक होने वाले गोवंश की संख्या 157 हो गई है। उन्होंने बताया कि सोमवार को जनपद के विभिन्न स्थानों पर इस रोग से बचाव के लिए 200 टीके गोवंश को लगाए गए हैं।
इस बीच विभाग के पास सरधना से एक गोवंश की मौत होने की सूचना प्राप्त हुई है, जिसके चलते मरने का आंकड़ा दो हो गया है। मुख्य विकास अधिकारी शशांक चौधरी ने बीमार पशुओं के लिए अलग बाड़ा बनाकर उनका उपचार सही प्रकार करने के लिए निर्देशित किया। इसी के साथ कीटनाशक का छिड़काव और फॉगिंग कराने के लिए ग्राम पंचायत, नगर निकायों के माध्यम से अभियान चलाए जाने पर बल दिया गया।
छुट्टा पशुओं के कारण रोग फैलने की आशंका के चलते इनको सुरक्षित आश्रय स्थलों तक पहुंचाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन, जिला मलेरिया अधिकारी सत्य प्रकाश, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. एसपी पांडेय सहित अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।