Thursday, May 29, 2025
- Advertisement -

हस्तिनापुर खादर में जहरीली शराब का धंधा चरम पर

  • पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मौन, हरिद्वार में जहरीली शराब ने ली सात लोगों की जान
  • हस्तिनापुर में पहले जा चुकी है एक साथ पांच जानें
  • आखिर कब थमेगा अवैध कच्ची शराब का धंधा?

जनवाणी संवाददाता |

हस्तिनापुर: देशभर में अवैध कच्ची शराब से होने वाले हादसों से थाना पुलिस सबब लेने को तैयार नहीं है। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के चलते हस्तिनापुर खादर क्षेत्र की गंगा तलहटी पर एक बार फिर से कच्ची शराब का जहर का धंधा चरम पर शुरू हो गया है।

शराब तस्कर हस्तिनापुर पुलिस से सांठगांठ कर लोगों की जान से खिलवाड़ करने के लिए कच्ची जहरीली शराब को तैयार कर मोटी रकम वसूल रहे हैं। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के चलते नगर में जगह-जगह शराब का धंधा कर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने से बाज नहींं आ रहे हैं। नशे की लत में युवा पीढ़ी भी पीछे नहींं है।

कच्ची शराब का जहर का धंधा करने वाले तस्कर जगह-जगह गंगा की तलहटी के साथ वन आरक्षित क्षेत्र से होकर गुजरने वाली दलदली झालियों में भट्ठियों को सुलगाकर कच्ची जहरीली शराब को तैयार करने में दिन-रात एक कर रखी है, लेकिन स्थानीय पुलिस शराब बनाने वाले तस्करो पर शिकंजा कसने के बजाय उनको संरक्षण देने में पीछे नहीं है। पुलिस का संरक्षण मिलने पर शराब की बिक्री करने वाले तस्करों के हौसले बुलंदी पर देखे जा सकते हैं और क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा खुलेआम फल-फूल रहा है।

sharab

थाना पुलिस इससे भी गुरेज नहीं रखना चाहती कि देश भर में अवैध कच्ची शराब से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। हरिद्वार में हाल ही में त्रिस्तरीय निकाय चुनाव में जहरीली शराब परोसने के बाद सात लोगों की जान चली गई। बावजूद इसके पुलिस प्रशासनिक अधिकारी कोई भी एक्शन लेने को तैयार नहीं है। पुलिस बड़े शराब माफियाओं पर शिकंजा कसने के बजाय छोटी मछलियों पर अपना हंटर चलाकर खानापूर्ति कर रही है।

शराब का धंधा करने वाले बड़े तस्करों पर कोई शिकंजा आज तक नहींं कसा जा सका है। ग्रामीणों ने बताया कि छापेमारी से पहले ही विभागीय पुलिस कर्मी कच्ची शराब का धंधा करने वाले तस्करों को सूचना लीक कर देते हैं। जिसके चलते शराब तस्कर सामान छोड़कर फरार हो जाते हैं। अब देखने वाली बात होगी कि आखिर हस्तिनापुर पुलिस इन शराब तस्करों पर अपना हंटर चलाएगी या फिर किसी की जान पर आकर बनेगी।

अवैध कच्ची शराब के सेवन से जा चुकी हैं पांच जानें

अवैध जहरीली कच्ची शराब से क्षेत्र में आए दिन मौतें होती रहती है, लेकिन थाना पुलिस मौतों से बेखबर अपनी जेबें भरने के लिए अवैध अबेध कच्ची शराब बनाने वाले को हादसे के कुछ दिन बाद ही धंधा शुरू करने की अनुमति दे देती है। 2013 में भी क्षेत्र में जहरीली शराब के सेवन से पांच लोगों की जान गई थी। जिसके बाद थाना पुलिस ने माफियाओं के खिलाफ जोरों शोरों से अभियान चलाया, लेकिन अभियान कुछ दिनों में ही दम तोड़ दिया गया। वर्तमान में अवैध कच्ची शराब का कारोबार चरम पर है और थाना पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।

शराब में प्रयोग होने वाले पदार्थों की बिक्री में उछाल

थाना पुलिस की मिलीभगत के चलते खादर क्षेत्र में शुरू हुए अवैध शराब के धंधे के चलते क्षेत्र में शराब में प्रयोग होने वाले गुड़ गाच्ची के साथ अन्य पदार्थों की बिक्री ने रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। कुछ दुकानदारों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जहां एक सप्ताह पहले तक गुड़ व गाच्ची के साथ अन्य पदार्थों की बिक्री सामान्य थी। लगभग एक सप्ताह गुड़ की बिक्री में कई गुना वृद्धि हुई है। वहीं, शराब बनाने के लिए प्रयोग होने वाली गाच्ची की बिक्री में भी भारी वृद्धि देखने को मिल रही है। लोगों का अनुमान है कि खादर क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा एक बार फिर पनपता नजर आ रहा है।

spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

LIC का तगड़ा मुनाफा: चौथी तिमाही में ₹19,000 करोड़, शेयर बाजार में आई बहार!

नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और...
spot_imgspot_img