- परतापुर थाने के गांव छज्जपुर में भतीजे ने नौ बीघा जमीन के लिए बलकटी से काट डाला
- कुंवारे चाचा को दो दिन पहले किया अगवा, फिर ईख के खेत में दिया वारदात को अंजाम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: परतापुर थानांतर्गत छज्जूपुर में नौ बीघा जमीन को अपने नाम कराने के लिये कुंवारे चाचा पर लगातार दबाव डाल रहे भतीजे ने दो दिन पहले चाचा को अगवा करके बलकटी से काट कर हत्या कर दी। चाचा का शव इकला और छज्जुपुर के बीच खेत में मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। पुलिस ने हत्यारोपी भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है।
इकला निवासी 60 वर्षीय देवेंद्र पुत्र कीरत सिंह रविवार रात से लापता था। सभी जगह तलाश करने के बाद सोमवार दोपहर देवेंद्र की बहन विमलादेवी ने गुमशुदगी दर्ज करायी थी। जिसमें देवेंद्र के भाई महक सिंह, भतीजे मोहित पत्नि राजेंद्री बहन रुबी और आशा पर अनहोनी की शंका जताई गई थी। मंगलवार सवेरे राहगीरों ने देवेंद्र के शव पडे होने की सूचना उसके घर इकला में दी तो घर में कोहराम मच गया।
आनन-फानन में पूरा परिवार खेतों की तरफ दौड लिया। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि मृतक देवेंद्र दिल्ली संगम विहार में अपनी बहन विमला देवी के पास रहता था, 18 सितंबर की शाम वह इकला आया था और रात को ही संदिग्ध परिस्थिति में गायब हो गया था। बताया कि देवेंद्र का उसके भाई महक सिंह के बीच जमीनी विवाद चल रहा था
जिसको लेकर पहले भी विवाद हो चुका था। परतापुर थाना प्रभारी ने बताया कि देवेंद्र की हत्या उसके भतीजे ने ही की है। देवेंद्र ने भतीजे के नाम नौ बीघा जमीन करने से इंकार कर दिया था। दरअसल, देवेंद्र की शादी नहीं हुई है। इसलिए देवेंद्र के हिस्से की जमीन उसका भतीजा अपने नाम कराने की जिद कर रहा था। देवेंद्र ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था। इससे भतीजा नाराज चल रहा था और कई बार धमकी दे चुका था। इसलिए भतीजे ने चाचा को दो दिन पहले अगवा कर जंगल में मौत के घाट उतार दिया। हत्यारोपी की तलाश में पुलिस लगी हुई है।