- वर्षगांठ पर शानदार कार्यक्रम आयोजित, लाभार्थी बोले आईवीएफ़ से सच हुआ सपना
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शास्त्री नगर स्थित प्रेम हॉस्पिटल आईवीएफ़ फ़र्टिलिटी सेंटर के आठ साल सफलतापूर्वक होने पर केक काटकर शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हॉस्पिटल के निर्देशक डॉक्टर अनुज शर्मा और आरती शर्मा ने कहा की हमारा उद्देश्य संतनो से वंचित दम्पति के जीवन के आईवीएफ़ के द्वारा इलाज दें कर ख़ुशियाँ लाना हैं। जिस के लिए प्रेम हॉस्पिटल और उन की पूरी टीम हर संभव प्रयास करती हैं।
उन्होंने कहा की हमारे देश में आज भी बांझपन को एक सामजिक कंलक के रूप में देखा जाता है। इसका प्रकोप सबसे ज्यादा महिलाओं को झेलना पड़ता है। ऐसे में आईवीएफ महिलाओं एवं पुरुषों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। आईवीएफ वो तकनीक है जिसके जरिए बांझ महिलाएं भी मां बनने का सुख पा सकती हैं।
मेरठ के बेहतर अस्पतालों में से एक प्रेम हॉस्पिटल आईवीएफ एंड फर्टीलिटी सेंटर बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए एक समर्पित हॉस्पिटल है, और नि:संतानता क्षेत्र में उत्तम सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा अस्पताल नवीनतम तकनीक, उन्नत मशीनों और कुशल और अनुभवी भ्रूण वैज्ञानिक और विशेषज्ञ से युक्त है। मरीजों को यहां विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इस मौक़े पर मौजूद एक लाभार्थी विनीत ने कहा की प्रेम हॉस्पिटल और उन की टीम की वजह से ही हमारे आंगन में आज बच्चे की किलकारियां गूंज रही है।
लाभार्थी हिमांशु ने बताया कि प्रेम हॉस्पिटल आईवीएफ एंड फर्टीलिटी सेंटर में गुणवत्ता से समझौता किए बिना जनता को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं और सुविधाएं उपलब्ध कराया जाता है। यहाँ मौजुद डॉक्टर के अलावा नर्स, कंसलटेंट, पैरामेडिकल स्टाफ आदि सभी लोग अनुभवी और प्रशिक्षित हैं। मेरा परिवार प्रेम हॉस्पिटल की वजह से पूर्ण हो सका, मैं प्रेम हॉस्पिटल का दिल से आभारी हूँ।
डॉ. प्रेम शर्मा का कहना है एक्टोिपिक प्रेग्नेंनसी का मतलब है प्रेग्नेंनसी बच्चेदानी के अलावा कहीं और रह जाना, क्योंकि अंडा और शुक्राणु नलों में फर्टिलाइज होते है उसके बाद बच्चेदानी में आते है, अगर वो वही भरने लगे तो उस से नले डैमेज हो जाती है, और भी बहुत कारण से नले ख़राब या बंद हो सकती है, पहले ऐसे लोगो के पास कुछ विकल्प नहीं था, परन्तु आईवीएफ में इस काम शरीर के बहार किया जाता है, और महिलायें जिनके नले नहीं है या बंद है या ख़राब है उन्हें संतान सुख मिल सकते है। प्रेम हॉस्पिटल आईवीएफ एंड फर्टीलिटी सेंटर में उपयोग किए जाने वाले उपकरण विश्वस्तरीय व गुणवत्तायुक्त हैं। यहां स्त्री रोग संबंधित सही उपचार अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा किए जाते हैं। ट्रीटमेंट इतना सटीक है कि उपचार के बाद रोगी बेहद संतुष्ट नज़र आते हैं।
डॉ. आरती ने बताया की आदमी या औरत में किसी भी प्रकार का अगर कैंसर का इलाज किया जाता है तो कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी से शरीर की शुक्राणु या अंडे बनाने की क्षमता खत्म हो जाते है और अगर कैंसर रिप्रोडक्टिव पार्ट का हो तो वो सर्जरी से हटा दिया जाता है। ऐसे स्थिति में हम लोग उनके शुक्राओं या अंडे को फ्रीज कर लेते है जो बाद में इस्तेमाल कर वो संतान सुख पा सकते है।