- रोहटा रोड बाइपास स्थित शोभापुर पुलिस चौकी के पीछे निर्माणाधीन होटल का है मामला
- तीन मंजिला होटल बनकर हो गया था तैयार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) के इंजीनियरों की टीम सोमवार की सुबह रोहटा रोड बाइपास स्थित शोभापुर पुलिस चौकी के पीछे निर्माणाधीन होटलों पर पहुंची। इंजीनियरों की टीम ने निर्माणाधीन दो होटलों पर यहां सील लगा दी।
दरअसल, तीन मंजिला होटल बनकर तैयार हो गए हैं, लेकिन अभी तक मेरठ विकास प्राधिकरण की तरफ से अवैध निर्माणों पर कोई कार्रवाई नहीं की थी।
यही नहीं, ये अवैध निर्माण ग्रीन बेल्ट में कर दिये गए हैं, जबकि ग्रीन बेल्ट लेकर एनजीटी सख्त है। हर रोज एनजीटी की तरफ से कोई न कोई पत्र मेरठ विकास प्राधिकरण में आ रहा है, लेकिन मेरठ विकास प्राधिकरण के इंजीनियर नियमों को ताक पर रख रहे हैं। यही वजह है कि रोहटा रोड बाइपास स्थित शोभापुर पुलिस चौकी के ठीक पीछे तो बड़े होटल बनकर तैयार हो गए हैं। तीन मंजिली इमारत बना दी गई है। ये इमारत एक दिन में तो तैयार नहीं की गई।
इस इमारत को तैयार करने में कम से कम एक से डेढ़ साल का समय लग गया होगा, लेकिन इस बीच मेरठ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसी वजह से इंजीनियर की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। आखिर कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
सोमवार को मेरठ विकास प्राधिकरण के सचिव तत्काल टीम भेजकर होटलों के अवैध निर्माण को सील कराने के आदेश दिए। इसके बाद ही आनन-फानन अवर अभियंता उमाशंकर में टीम के पहुंचे और निर्माणाधीन होटल पर ही लगा दी। इसके बाद टीम वापस लौट के अब देखना यह है कि मेरठ विकास प्राधिकरण के इंजीनियर इन होटलों पर बुलडोजर कब चलाएंगे?