- चार दिन से मशीन में फंसे रहे लाखों रुपये, ग्राहक काटते रहे चक्कर
- बैंक अधिकारियों का जबाव गैरजिम्मेदाराना, लोग होते रह परेशान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सरकारी बैंकों का भगवान ही मालिक है। हर सर्विस के लिये पैसा वसूलने वाले बैंकों ने ग्राहकों की परेशानियों से मुंह मोड़ लिया है। चार दिन पहले कोआपरेटिव बैंक के सामने स्थित स्टेट बैंक आॅफ इंडिया के परिसर में लगी मशीन के जरिये जब लोगों ने पैसा जमा किया तो पैसा गंतव्य एकाउंट में ट्रांसफर नहीं हुआ। चार दिन तक संबंधित ग्राहक परेशान होते रहे, लेकिन बैंक अधिकारियों ने मशीन खोलकर पैसा चेक करने की जेहमत नहीं उठाई। जब ग्राहकों ने बैंक अधिकारियों पर दबाव डाला तब जाकर समस्या का समाधान हुआ।
स्टेट बैंक आफ इंडिया की इस शाखा में पैसा जमा करने के लिये लगी मशीन में तीन अक्तूबर को जब ग्राहक पैसा जमा कर रहे थे तभी सर्वर डाउन हो गया और पैसा फंस गया। चार और पांच अक्तूबर को अवकाश होने के कारण जब छह अक्तूबर को ग्राहकों ने जब पैसे के बारे में बैंक अधिकारियों से बात की तो उनको सही ढंग से जबाव नहीं दिया गया। ग्राहकों ने कहा कि मशीन को खोलकर एकाउंटस को संबंधित खातों में ट्रांसफर कराया जाए, लेकिन बैंक अधिकारियों ने इस संबंध में कोई मदद नहीं की।
गुरुवार को पूरे दिन लोग बैंक के चक्कर काटते रहे लेकिन पैसा मशीन में ही फंसा रहा। शुक्रवार को सुबह से ही लोगों ने बैंक में पहुंचना शुरू कर दिया था। शुरू में तो बैंक मैनेजर ओपी सिंह मशीन खुलवाने के मूड में नहीं दिखे, लेकिन जब ग्राहकों का दबाव पड़ा तो एक एकाउंटेंट की ड्यूटी लगाई गई।
लाखों रुपये के मिलान और उसे संबंधित खातों में भेजने में देर शाम हो गई। हैरानी की बात यह है कि एक ग्राहक को राजस्थान में भर्ती एक मरीज के खाते में पैसे डलवाने थे जो देरी होने के कारण नहीं पड़ पाये और मरीज के परिवार परेशानी में घूमते रहे।
बिना लाइसेंस के सिक्योरिटी एजेंसी पर कार्रवाई
मेरठ: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक, अपराध/नोडल अधिकारी पसारा सेल के निर्देशन में प्राइवेट सुरक्षा एजेंसियों की चेकिंग के लिए जनपद में अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान बिना लाइसेंस के फर्जी तरीके से क्षेत्रांतर्गत बजाज सिक्योरिटी सर्विस संचालक रोबिन सिंह पुत्र ऋषिपाल सिंह निवासी जलालपुर रोड मुरादनगर और उन्नति मैनपावर एंड इक्कीपमेन्टस मैनेजमेन्ट कम्पनी) जिसके संचालक राधा चौधरी पत्नी रामरतन चौधरी निवासी 6/62 विश्वास नगर शाहदरा थाना फर्स बाजार दिल्ली, के नाम से बिना पसारा लाइसेंस के सुभारती विश्वविद्यालय थाना जानी में सिक्योरिटी एजेंसी का संचालित करता हुआ पाया गया। थाना जानी जनपद मेरठ में उपरोक्त के विरुद्ध बिना पसारा लाइसेंस के सिक्योरिटी एजेंसी संचालन कराये जाने पर प्राइवेट सुरक्षा अभिकरण अधिनियम 2005 पंजीकृत कराया गया है।