- दूसरी बार आया ऐसा मौका जब बोर्ड के सदस्यों की अफसरों के हाथों की गयी अनदेखी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कैंट बोर्ड के सदस्य माल रोड पर आयोजित लंच पार्टी के लिए न्योते का इंतजार ही करते रह गए, लेकिन बोर्ड के अफसरों की ओर से उनको भोज का निमंत्रण नहीं मिला। दरअसल कैंट बोर्ड के नवागत सीईओ नवेन्द्र नाथ की ज्वाइनिंग व प्रसाद चव्हाण की फेयरवेल पर माल रोड आशियाना गेस्ट हाउस में दोपहर के भोज का आयोजन किया गया था।
नवेन्द्र नाथ व प्रसाद चव्हाण के अलावा वहां डीईओ भावना सिंह व एसीईओ कु. ममता भी मौजूद रहीं। हालांकि फौज के अफसर नहीं पहुंचे थे। इस आयोजन की बोर्ड के सभी सदस्यों को जानकारी भी थी, लेकिन बगैर बुलाए इसमें शामिल होते तो कैसे। बस इंतजार करते रहे, लेकिन कैंट बोर्ड के अफसरों की ओर से सदस्यों को इस भोज का न्योता नहीं दिया गया।
आशियाना गेस्ट हाउस में गुरुवार दोपहर आयोजित भोज में नवेन्द्र नाथ व प्रसाद चव्हाण के अलावा कैंट बोर्ड के सभी सेक्शन हेड तथा स्टाफ के सीनियर कर्मचारी मौजूद रहे। इनमें कार्यालय अधीक्षक जयपाल तोमर, पीयूष गौतम, अवधेश यादव, वीके त्यागी, राजेश जॉन, कर्मचारी नेता नवीन पंत, योगेश यादव आदि भी शामिल रहे।
भोजन की तैयारियों के चलते आशियान में सुबह से ही कर्मचारियों की आवाजाही लगी रही। बोर्ड के सदस्यों की भांति ही कुछ कर्मचारियों को भी न्योते का इंतजार रहा। लंच के दौरान क्या क्या हुआ, कौन-कौन पहुंचा क्या बातचीत हुई इसको लेकर जो नहीं पहुंच सके उनमें उत्सुकता बनी रहीं। इस मौके पर डीईओ भावन सिंह तथा एसीईओ कु. ममता ने फंड की कमी की बात प्रमुखता से उठायी। उन्होंने कहा कि दीपावली का पर्व आ रहा है। ऐसे में फंड की कमी बोनस में आडेÞ आ सकती है।
दूसरी बार अनदेखी से हुए आहत
बोर्ड के सदस्यों की यदि बात की जाए तो अनदेखी किए जाने का ये कोई पहला मौका नहीं है। इससे पूर्व साल 2019 में जब स्वच्छता सर्वेक्षण के पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल होने के लिए मेरठ छावनी के अफसरों की टीम नई दिल्ली गयी थी तब भी किसी भी सदस्य या उपाध्यक्ष को उस शानदार पल का हिस्सा बनने की इजाजत बोर्ड के अफसरों ने नहीं दी थी। स्वच्छता सर्वेक्षण में हासिल की गयी रैंक का पूरा श्रेय अफसर ही लूट ले गए थे। सदस्यों का जिक्र तक नहीं किया गया।