- अहोई अष्टमी पर की संतानों की लंबी उम्र की कामना
जनवाणी संवाददाता |
नजीबाबाद: अहोई त्योहार पर माताओं ने अहोई अष्टमी माता की पूजा कर तारों के दर्शन करने के बाद व्रत पूर्ण करते हुए अपने आंख के तारों की बलाएं लीं और अहोई माता से अपने बच्चों की लंबी उम्र एवं सुखद भविष्य की कामना की।
रविवार को शाम कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दीपावली से एक सप्ताह पूर्व आने वाले पर्व अहोई अष्टमी पर माताओं ने दिन भर व्रत रखा।
शाम को बुजुर्ग मंहिलाओं से व्रत की कहानी और महात्म्य सुनकर तारों के दर्शन कर अपनी आंख के तारों को देखते हुए अहोई अष्टमी माता से उनकी लं बी आयु, सुख, समृद्धि और उज्जवल भविष्य की कामना की। माताओं ने शनिवार की रात्रि के भोजन के बाद से ही अपना व्रत प्रारंभ कर दिया। माताओं ने घरों में स्थापित किए गए पूजा घरों में अहोई माता के चित्र के समक्ष विधि-विधान से पूजा की।
दिन-भर भूखी प्यासी रहकर अपने बच्चों की समृद्धि के लिए प्रार्थनाएं करने वाली माताओ का उत्साह शाम का धुंधलका गहराते ही जैसे परवान चढ़ गया। आसमान से तारों के झांकते ही उपवासी महिलाएं एकत्रित होकर पूजा-अर्चना की तैयारियों में जुट गई। चांदी के बने हुए मोतियों कों बच्चों के रूप में पूजते हुए माताओं ने उनकी माला बनाकर गले में पहनकर अपने बच्चों की सुख-समृद्धि की कामना की।
महिलाओं ने श्रद्धापूर्वक अहोई माता की पूजा-अर्चना कर मीठे-पूड़े, सिगाड़े, गन्ना, बेर व खखरी (मैदा से बना पकवान) अपने बच्चों को खाने के लिए दिया। इस अवसर पर बच्चों ने भी मां के तरण स्पर्श कर माताओं का आर्शीर्वाद प्राप्त किया। इसके अलावा व्रत रखने वाली महिलाओं ने बायना निकालकर बुजुर्ग महिलाओं को दिया तथा उनके चरण स्पर्श कर खुद के तथा अपने परिवार के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया।