- गंगा के जलस्तर में हरिद्वार और बिजनौर बैराज से डिस्चार्ज में हुई वृद्धि
- मौसम के बदलाव से खादर के ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें
जनवाणी सवाददाता |
हस्तिनापुर: डेढ़ महीने से गंगा नदी का जलस्तर में लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। उतार-चढ़ाव के खेल के साथ-साथ बाढ़ क्षेत्र के ग्रामीणों के दिल भी हिचकोले ले रहे हैं। आखिर डेढ़ महीने से चली आ रही बाढ़ की समस्या से कब निजात मिलेगी और कब पेट पालने के लिए वह खेती को पुन संभाल सकेंगे। उधर, बिजनौर बैराज से सोमवार देर रात गंगा नदी का डिस्चार्ज बढ़कर 1 लाख 9 हजार क्यूसेक हो गया। जिसके चलते सोमवार को गंगा के जलस्तर में फिर से वृद्धि होने लगी है।
गंगा में बाढ़ के हालात ग्रामीणों के लिए मुश्किल बनकर रह गए हैं। अब भी कुछ पता नहीं है कि कब तक गंगा नदी में बाढ़ के हालात रहेंगे। बरसात का मौसम चल रहा है। गंगा का जलस्तर कभी घटता है तो कभी तेजी के साथ बढ़ता है। घटता-बढ़ता पानी फसलें नष्ट कर चुका है। नष्ट फसले बीमारियों को जन्म दे चुका है। गंगा नदी में सोमवार को हरिद्वार से डिस्चार्ज बढ़कर 1 लाख 11 हजार क्यूसेक तो बिजनौर बैराज से 1 लाख 09 हजार क्यूसेक हो गया।
जिसके चलते आज गंगा जलस्तर में फिर से वृद्धि होने हो सकती है। गंगा के जलस्तर में एक बार फिर हुई वृद्धि से ग्रामीणों के दिलों की धड़कनें तेज होती नजर आ रही है। बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों का कहना है कि बाढ़ पहले ही उनकी फसलों को बर्बाद कर चुकी है। गंगा के जलस्तर में फिर से हो रही वृद्धि उनकी आने वाली फसलों की बुवाई को प्रभावित कर सकती है।
आवागमन सुचारू करने के लिए अस्थाई तटबंध का निर्माण
एक सप्ताह पूर्व खादर क्षेत्र में आई भयंकर बाढ़ में किशोरपुर से जलालपुर जोरा मुख्य मार्ग पर कटान के चलते आवागमन बाधित हो गया था। जिससे 7-8 गांव की आवाजाही बंद हो गई थी। जलस्तर में कमी के बाद सोमवार को जलालपुर जोरा प्रधान महेंद्र सिंह निषाद ने मजदूरों के माध्यम से कटे हुए मार्ग पर पानी को रोकने के लिए प्लास्टिक के बोरों में मजदूरों द्वारा मिट्टी भरकर तटबंध का निर्माण कराकर पैदल यात्रियों के आवागमन को सुचारू किया।
तदोपरांत प्रधान संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने एसडीएम अखिलेश यादव से मिले और उनसे रास्ते की मरम्मत की मांग की। इस मौके पर बाबा (गंगा दर्शन सेवा समिति), मनीष गुर्जर दरियापुर, सतबीर निषाद, अमित सैनी, सुनील एडवोकेट, सरदार पीपल सिंह ज्ञानी नरेश, मनोज, हल्का लेखपाल जितेन्द्र वर्मा भी मौजूद रहे।
एसडीएम ने बाढ़ क्षेत्र में किया खाद्य सामग्री का वितरण
लगभग डेढ़ महीने से बाढ़ की विभीषिका झेल रहे ग्रामीणों को सोमवार को थोड़ी राहत जरूर मिली होगी। रविवार को जनवाणी के अंक में बाढ़ पीड़ितों के समस्याओं को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद सोमवार को एसडीएम अखिलेश यादव ने बाढ़ प्रभावित खादर क्षेत्र के कई गांवों में राहत सामग्री का वितरण किया।