Thursday, January 16, 2025
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एशियाड में नई इबारत लिखकर लौटे भारतीय दल का भावभीना स्वागत

  • स्वदेश वापसी पर दिल्ली एयरपोर्ट पर ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत
  • फूल मालाओं से लाद दिया पदक विजेताओं को

खेल संवाददाता |

नई दिल्ली/मेरठ: एशियाई खेलों में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के बाद भारतीय दल के खिलाड़ियों और पदाधिकारियों के स्वदेश पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। दिल्ली एयरपोर्ट पर भारतीय दल के लिए खेल प्रशंसकों ने पलक पावड़े बिछा दिए। भारतीय दल के साथ चीफ डी मिशन भूपेंद्र सिंह बाजवा और अन्य पदाधिकारी तथा खिलाड़ी स्वदेश वापसी पर इस शानदार स्वागत से अभिभूत दिखे।

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गौरतलब है कि चीन के हांगझोऊ में आयोजित एशियाई खेलों में भारत ने इस बार एशियाड का अपना बेस्ट परफार्मेंस देते हुए पदकों का शतक लगा कर इतिहास रचा है। भारतीय खिलाडियों ने कुल 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य पदकों के साथ 107 पदक जीते। भारत ने जकार्ता में 2018 में हुए एशियाई खेलों में 70 पदक जीते थे। इस बार भारत ने अपना सबसे बड़ा दल उतारा था और इस दल ने जान लड़ा कर तिरंगा का मान बढ़ाया और देश को पदक तालिका में टॉप 4 में ला दिखाया।

भूपेंद्र सिंह बाजवा बोले, अब नजर ओलंपिक पर

भारतीय दल के साथ चीफ डी मिशन के तौर पर गए भूपेंद्र सिंह बाजवा के लिए ये साल उपलब्धियों भरा रहा है। वुशू को अंतराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाई देने वाले भूपेंद्र बाजवा को भारतीय कुश्ती फेडरेशन में चल रहे विवाद के बीच एडहाक कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया और उन्होंने अपनी पारदर्शी शैली से ट्रैक से उतर गई चीजों को नई दिशा दी। इसके बाद बाजवा को एशियाई खेलों का चीफ डी मिशन बनाया और

भारत ने इस बार एशियाई खेलों में अपने उम्दा प्रदर्शन से नया इतिहास रच दिया। बकौल बाजवा, खिलाड़ियों ने दिखाया कि उनमें क्षमताएं हैं और अब हम एशिया में खेल शक्ति के तौर पर खड़े हुए हैं। चीफ डी मिशन ने कहा कि एशियाड के प्रदर्शन से देश को पेरिस ओलंपिक में भी निखरा हुआ प्रदर्शन करने की उम्मीदें बढ़ी हैं तथा हमें आशा है कि हमारे खिलाड़ी अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे।

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