- सही सड़क को छेड़ा तो नपेंगे अधिकारी, मेरठ में निगम कर चुका है ऐसा ही खेल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अगर सही सड़क पर एक और नई सड़क बनाईतो पीडब्ल्यूडी अधिकारी नप जाएंगे। लोक निर्माण विभाग मुख्यालय ने साफ कर दिया है कि कोई भी विभागीय अभियंता यह गलती करे। यदि यह कृत्य करता कोई भी पाया गया तो फौरन सस्पेंड हो सकते हैं। दरअसल, उन्नाव जिले में एक ऐसा ही मामाल हाल ही में पीडब्ल्यूडी मुख्यालय के संज्ञान में आया था। यहां 2.1 किमी की एक सीसी रोड बिल्कुल सही कंडीशन में थी, लेकिन इसके बावजूद संबधित अधिकारियों ने इसी सड़क पर नए निर्माण का प्रस्ताव बनाकर भेज दिया।
जब इस सड़क की मॉनिटरिंग की गई तो पता चला कि इस सड़क पर नए निर्माण की कोई जरूरत ही नहीं थी। बताया जाता है कि इस सड़क पर नए निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी अभियंताओं ने जो प्रस्ताव बनाकर भेजा उस पर प्रांतीय खंड के एक्सईएन हरदयाल अहिरवार, सहायक अभियंता एस.रहमान व जेई अखिल गंगवार के हस्ताक्षर थे। मामला बेहद गंभीर है, चूंकि इस 2.1 किमी लम्बे सीसी रोड पर 26 सेमी मोटाई की नई सीसी रोड का प्रस्ताव बनाकर मुख्य अभियंता (मध्य क्षेत्र) को भेजा गया था जिस पर पांच करोड़ की लागत दर्शाई गई थी।
बाद में जब यह प्रस्ताव प्रमुख अभियंता (ग्रामीण सड़क) के पास पहुंचा तो यहीं पेंच फंस गया और उन्होंने इस सड़क की मॉनिटरिंग करवा डाली और पूरा मामला खुल कर सामने आ गया। प्रमुख अभियंता को यह प्रस्ताव नागवार गुजरा तो उन्होंने इसे सीधे सीधे सरकारी धन दुरुपयोग बताकर संबधित मुख्य अभियंता को पत्र भेज कर तीनों अभियंताओं (एक्सईएन, एई व जेई) को निलंबित करने की संस्तुति कर दी। इस कार्रवाई से विभाग में हड़कम्प मचा है। पीडब्ल्यूडी मुख्यालय ने चेताते हुए कहा है कि यदि प्रदेश में कहीं पर भी इस प्रकार की घटना होती है तो संबधित अभियंता के खिलाफ फौरन कार्रवाई की जाएगी।
मेरठ में भी ऐसा ही मामला, लेकिन निगम का
मेरठ में भी इसी प्रकार का एक मामाल सामने आया था। हालांकि यह सड़क पीडब्ल्यूडी की न होकर नगर निगम की थी। इस संबंध में समाजसेवी सरदार सरबजीत सिंह कपूर ने आरोप लगाया कि कुछ ही दिन पूर्व यहां निगम व उसके ठेकेदार ने पीएल शर्मा रोड पर लगभग डेढ़ किलोमीटर लम्बी सड़क पर एक और सड़क बना डाली जबकि पूर्व में बनी सड़क बिल्कुल ठीक थी। उन्होंने इसे सरकारी धन का दुरुपयोग बताते हुए कहा कि निगम को चाहिए कि जहां जहां उनकी सड़कों की सूरत बिगड़ी हुई हैं पहले उन्हें दुरुस्त करें।