- वाराणसी से मुजफ्फरनगर मूल्यांकन को पहुंचे शिक्षक की नशे में धुत सिपाही ने रविवार की देर रात गोली मारकर कर दी थी हत्या
- थमा मूल्यांकन कार्य, बोर्ड अधिकारियों ने सहायक शिक्षक की मौत पर किया शोक प्रकट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: यूपी बोर्ड वाराणसी के इंटर कालेज में तैनात सहायक शिक्षक की मुजफ्फरनगर में मूल्यांकन के लिये कापियां के आवंटन के दौरान गोली मारकर हत्या करने का मेरठ में व्यापक असर मूल्यांकन पर देखने को मिला। मूल्यांकन केंद्रों पर सोमवार दोपहर शोक सभा में आत्मा शांति के लिये प्रार्थना के बाद मूल्यांकन का कार्य नहीं किया।
घटना को लेकर शिक्षक संघ ने आक्रोश प्रकट करते हुये गोली मारने वाले आरक्षी पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाते हुए कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी तो वहीं, दूसरी ओर बोर्ड के अधिकारियों द्वारा शिक्षकों को उचित और कड़ी कार्रवाई करने की दिशा में हर कदम पर साथ देने का आश्वासन दिया और साथ ही शिक्षकों से छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुये मूल्यांकन को सुचारू करने की अपील की गई।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 22 फरवरी से 9 मार्च तक चली इंटरमीडिएट और हाईस्कूल की परीक्षाओं की मेरठ के चार केंद्रों पर चल रहे मूल्यांकन कार्य पर सोमवार को उस वक्त संकट के बादल छा गये, जब मुजफ्फरनगर में वाराणसी से यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिका लेकर आए एसडी इंटर कालेज के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की आरक्षी सिपाही चंद्रप्रकाश द्वारा तंबाकू न देने पर मामूली-सी कहासुनी पर गोली मारकर हत्या की खबर फैल गई। देवनागरी इंटर कालेज में सहायक शिक्षक की आत्मशांति के लिये दो मिनट का मौन रखते हुये सभा करने करने बाद मूल्यांकन कार्य रोक दिया गया और परीक्षक मूल्यांकन केंद्रों से चले गये।
इसी क्रम में एनएएस इंटर कालेज में भी कार्य बंद कर दिया गया। घटना को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायन सिंह व प्रदेश मंत्री संजय द्विवेदी ने घटना की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि इस जघन्य हत्याकांड में सम्मिलित पुलिस कर्मी पर कठोरतम कारवाई न होने की दशा में पूरे प्रदेश में मूल्यांकन बंद करने की चेतावानी दी। उधर, सहायक शिक्षक की हत्या के बाद से घटनाक्रम पर निगाह रह रहे बोर्ड अधिकारियों ने विज्ञप्ति जारी कर हत्या को बेहद कष्टदायक बताया और इस दिशा में उचित कानूनी कार्रवाई के लिये एकजुट होकर लड़ाई का आश्वासन दिया।
उत्तर प्रदेश बोर्ड के शिक्षा निदेशक माध्यमिक डा. महेंद्र देव ने विभाग की ओर से मृतक के परिवार को सहानुभूति प्रकट करते हुये आर्थिक सहायता देने के संबंध में पत्र जारी किया। लखनऊ से एमएलसी उमेश द्विवेदी ने घटना की निंदा करने के साथ ही इसे राजनीतिक रंग ने देने की अपील की। बोर्ड क्षेत्रीय सचिव कमलेश कुमार ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुये सभी से शांति बनाये रखने का आह्वान किया।
ये बोले-शिक्षक नेता
सहायक शिक्षक की गोली मारकर की गई हत्या के बाद से मूल्यांकन का मंगलवार को भी बहिष्कार करने के सवाल पर शिक्षक नेता राजेश शर्मा ने कहा कि सहायक शिक्षक को शहीद का दर्जा देने के साथ ही उनके संगठन ने एक करोड़ की मदद की सरकार से मांग की थी। मूल्यांकन का सोमवार को बहिष्कार किया गया था, जोकि सफल रहा। शाम तक सरकार ने 25 लाख रुपये की मदद का ऐलान किया था, जोकि नाकाफी है। इस संबंध में मंगलवार को मदद की राशि बढ़ाये जाने को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे और मूल्यांकन के बहिष्कार करने या न करने की आगामी कार्रवाई का निर्णय लिया जायेगा।