- सभी से उनके यहां के केसों के बारे में जानकारी ली गई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नवागत एसएसपी विपिन टाडा की पहली क्राइम मीटिंग के बाद थानेदारों की हालात पतली है। कार्रवाई और घटनाओं में खेल करने के आदि हो चुके थानेदारों को स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि यदि खेल किया तो गेम बजा दिया जाएगा। स्मार्ट बनने का प्रयास किया तो नापने में एक पल की देरी नहीं लगेगी। नवागत एसएसपी विपिन टाडा चार्ज के पहले ही दिन से फुल फार्म में नजर आए। दिन ही लेट नाइट करीब पौने दो बजे तक वह अलर्ट मोड में रहे। पुलिस लाइन के कांफ्रेंस रूम में रात 11 बजे क्राइम मीटिंग बुला ली गयी।
बताया गया है कि थानेदारों को क्राइम मीटिंग की आहट शाम से ही सुनाई देने लगी थी। 11 बजे जनपद पुलिस के तमाम आला अफसर व सीओ के अलावा तमाम थानेदार व चौकी इंचार्ज एसएसपी के सामने थे। माना जा रहा था कि एक से डेढ़ घंटे में क्राइम मीटिंग खत्म हो जाएगी, लेकिन 11 बजे शुरू हुई क्राइम मीटिंग लेट नाइट पौने दो बजे तक चली। इस दौरान एक-एक थानेदार को खड़ा कर कितने केस दर्ज हैं। कितने पेंड़िग हैं। थाना क्षेत्र में कितने अपराधी हैं। कितने जेल से बाहर हैं। वो इन दिनों क्या कर रहे हैं।
साथ ही यह भी कि पिछले एक सप्ताह के भीतर क्या-क्या वारदातें थाना क्षेत्र में हुई हैं और उनका स्टेटस क्या है। साथ ही सख्त लहजे में हिदायत दी कि छोटी से छोटी घटना पर खुद पहुंचे। इसके अलावा घटना को छिपाने की गलती तो बिलकुल भी ना की जाए। जो भी घटना हो उसकी सबसे पहले सूचना मुझे दी जाए। जो हिदायतें दी जा रही हैं, इनमें कोताही भारी पडेÞगी। जानकारी मिली है कि कई थानेदार एसएसपी के तेवर से पसीना-पसीना था। हालांकि एसी चल रहा था। कुछ की नजर बार-बार घड़ी की तरफ जा रही थी।
थानेदारों को छोड़कर जीप गश्त पर
क्राइम मीटिंग में पहुंचे तमाम थानेदारों को छोड़कर उनकी सरकारी जीप वापस क्षेत्र में गश्त के लिए लौट गयी। जनपद भर के थानेदार क्राइम मीटिंग में मौजूद थे, लेकिन इक्का-दुक्का थानों की जीप ही वहां मौजूद थी। एसएसपी के अलावा मीटिंग में एसपी क्राइम अनित कुमार, एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह, एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा व तमाम सीओ भी मौजूद रहे।
कप्तान साहब! थानों में नहीं होती फरियादियों की सुनवाई
पुलिस कप्तान भले ही बदल गए हों, लेकिन थानेदारों की कार्यप्रणाली बदले तो बात बने। नए एसएसपी के आने की जानकारी के बाद पहले दिन करीब 250 फरियादी शिकायत लेकर पहुंचे थे। पुलिस कार्यालय पर फरियादियों की भीड़ उमड़ आयी थी। लोगों की आरोप है कि शिकायतों पर थानेदार कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। भले ही एसएसपी महिला व बच्चों के प्रति अपराधों पर प्रभावी कार्रवाई का वादा कर रहे हों,
लेकिन पुलिस कार्यालय पर आने वाले फरियादियों में बड़ी संख्या महिलाओं की हैं। इनमें छेड़खानी, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न सरीखी शिकायतें हैं। पुलिस कार्यालय आने वालों का आरोप है कि सूचना दिए जाने के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। कुछ ऐसे भी फरियादी पहुंचे जिनका आरोप था कि पूर्व में एक दो नहीं करीब कई-कई बार पुलिस कार्यालय आकर भी शिकायत कर चुके हैं। कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने हाथों में कई-कई पीली पर्चियां थाम रखी थीं। पीली पर्चियों को देखने के बाद भी थाना पुलिस पर कार्रवाई ना करने के आरोप लगाए जा रहे हैं।