- दारोगा प्रवीण मिश्रा को लाइन भेजने भर से कम नहीं हुई थी नाराजगी, लखनऊ को दिया था बता
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नेमू पंड़ित माफी प्रकरण में महज दारोगा प्रवीण मिश्रा को लाइन भेजने भर से भाजपाइयों की नाराजगी काम नहीं हो रही थी। इस बात को संगठन ने लखनऊ को बता दिया था। गुरुवार को इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह से थाने का चार्ज छीनकर उन्हें विवेचना सेल में डाल देना और दारोगा भूपेन्द्र को कांवड़ सेल दिखा देना नेमू प्रकरण में भाजपाइयों की नाराजगी कम करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन भाजपाइयों की मानें तो संगठन के सूत्रों का कहना है कि माफी प्रकरण में असली कार्रवाई होना अभी बाकी है।
उनका इशारा सीओ सदर देहात की ओर है और पूछा जा रहा है कि उनकी बारी कब आएगी। यह पूरा मामला 13 जुलाई की घटना से जुड़ा है। जिसमें गंगानगर सीओ, इंस्पेक्टर व दारोगाओं पर भाजपा नेता नेमू पंड़ित को माफी मांगने के लिए बाध्य करने के आरोप लगे हैं। इस मामले के मीडिया में उछले जाने के बाद महानगर भाजपा फ्रंटफुट पर आकर विरोध करने लगी। 16 जुलाई को पुलिस कार्यालय पर प्रदर्शन और उसके बाद दारोगा प्रशांत मिश्रा को लाइन हाजिर कर दिया गया। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि 13 जुलाई को प्रशांत मिश्रा आगरा के एक दारोगा जिसका नाम गौरव बताया गया है उसके साथ गंगानगर पुलिस के बुलाने पर पहुंचे थे। जानकारों का कहना है कि पुलिस वालों पर कार्रवाई के बाद आने वाले दिनों में नेमू पंड़ित की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
हत्या मामले में 22 जुलाई तक नेमू को पेश करना है कोर्ट में
भाजपा नेता नेमू पंडित हत्या मामले में फंसे हुए हैं। 2 मार्च 2018 में देहलगेट के पटेल नगर में अजय उर्फ रिंकू की हत्या में माफिया कबाड़ी हाजी गल्ला का बेटा शादाब व अरमान भी नाजद हुए थे। जांच के दौरान नेमू पंड़ित, दारोगा मनोज चौधरी का बेटा मोहित, सिपाही रहीस का बेटा आमिर, सिपाही भगवान दास का बेटा निखिल, अनु वाल्मीकि, छोटू, इकराम व हिस्ट्रीशीटर माफिया हाजी गल्ला का भी नाम शामिल है।
ये किए गए हैं परिवर्तन
इंस्पेक्टर गंगानगर कुलदीप चौधरी व दारोगा भूपेन्द्र के भूपेन्द्र कुमार के अलावा जो अन्य परिवर्तन किए गए हैं उनमें योगेश कुमार पुलिस लाइन से कंकरखेड़ा निरीक्षक अपराध, विष्णु कुमार निरीक्षक अपराध गंगानगर, उपनिरीक्षक जोगेन्द्र सिंह पुलिस लाइन से चौकी मोहिउद्दीनपुर, उप निरीक्षक सतीश कुमार चौकी प्रभारी सीसीएसयू विवि थाना मेडिकल, उपनिरीक्षक अरुण कुमार लाइन से चौकी प्रभारी हाशिमपुरा सिविल लाइन, उपनिरीक्षक रामनरेश चौकी प्रभारी कचहरी थाना सिविल लाइन व उप निरीक्षक इंद्रेश थाना हस्तिनापुर से चौकी प्रभारी जंबू दीप भेजे गए हैं।
कांवड़ के चलते मेडा का ध्वस्तीकरण अभियान थमा
मेरठ: कांवड़ यात्रा के चलते मेरठ विकास प्राधिकरण के अवैध निर्माणों या अवैध कालोनियों के ध्वस्तीकरण का अभियान थम गया है। मेडा ने अवैध कालोनियों के ध्वस्तीकरण के लिए फोर्स की मांग की थी लेकिन कांवड़ यात्रा में सभी के व्यस्त होने के चलते पुलिस फोर्स देने में असमर्थता जता दी गयी। मेडा को अब पांच अगस्त के बाद भी पुलिस फोर्स मिल सकेगी। जोन अधिकारी अर्पित यादव ने बताया कि बडेÞ स्तर पर अभियान की तैयारी थी, लेकिन फोर्स न मिलने के कारण अभी ध्वस्तीकरण अभियान को ब्रेक लग गया है,
लेकिन छह अगस्त से बडेÞ स्तर पर अभियान चलेगा। करीब सप्ताह भर यह अभियान लगातार जारी रह सकता है। उन्होंने जानकारी दी कि जहां अभियान चलाया जाएगा वो तमाम कालोनियां व अवैध निर्माण चिन्हित कर लिए गए हैं। हालांकि उन्होंने विभागीय गोपनीयता का हवाला देते हुए ध्वस्त की जाने वाली कालोनियों व अवैध निर्माणों का खुलासा नहीं किया, लेकिन यह स्पष्ट किया कि अभियान बडेÞ स्तर पर होगा और संयुक्त अभियान की तर्ज पर इसको चलाया जा सकता है।
कोई रियायत नहीं
मेडा वीसी अभिषेक पांडे ने बताया कि मेरठ में न्यू टाउनशिप विकसित किया जाना है। मेरठ के विकास की पटरी पर सरपट दौड़ने को तैयार है। इसमें अवैध कालोनियों व निर्माण को कोई जगह नहीं है। मेडा सुनियोजित विकास करने के लिए कृत संकल्प है। लोगों को बार-बार समझा जा रहा है, अवैध कालोनियों में इन्वेस्ट न करें। उसमें नुकसान है।