- शहर भर में चेकिंग, एआरटीओ की खुद की गाड़ी की फिटनेस नहीं
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर भर में गाड़ियों की फिटनेस चेक करने वाले आरटीओ कार्यालय के अफसर कितनी गंभीरता से काम कर रहे हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो खुद की गाड़ी की फिटनेस से बेखबर हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में लगी टीम जनवाणी ने आरटीओ के एक अफसर की परिसर में खड़ी एक ऐसी गाड़ी पकड़ी जिसका फिटनेस एक्सपायर हो चुका था। यूपी-12बीटी-3699 आॅफिस के एक एआरटीओ अफसर द्वारा प्रयोग की जाती है। इस गाड़ी पर जो नंबर प्लेट थी वह पहले कामर्शियल यानि पीली थी, लेकिन अब एकाएक इसकी नंबर प्लेट सफेद हो गयी है।
यह कैसे हुआ इसका तो उत्तर आरटीओ या फिर जो एआरटीओ इसका यूज कर रह हैं वो बता सकते हैं कि ऐसा कौन सा जादू है जो कामर्शियल यूज में चल रही किसी गाड़ी की नंबर प्लेट को सफेद कर देता है। जनवाणी संवाददाता ने जब आरटीओ हिमेश तिवारी से इस कलाकारी का तरीका जानने का प्रयास किया तो उनकी ओर से सफाई दी गयी कि जब से इस गाड़ी की फिटनेस समाप्त हुई है, तब से यह गाड़ी दफ्तर में ही खड़ी है। इस गाड़ी के मालिक को बुलाया गया है ताकि वह इसकी फिटनेस करा ले। लोगों को अपनी गाड़ियों की फिटनेस कराने की नसीहत देने व पाठ सिखाने वाले आरटीओ यह बात नहीं जानते थे कि जिस गाड़ी को लेकर उनसे जानकारी मांगी जा रही है
और जिस गाड़ी के वह फिटनेस समाप्त होने के बाद से दफ्तर में ही खड़ी रहने का दावा कर रहे हैं, वह गाड़ी जनवाणी संवाददाता के सामने से ही बाहर से आयी थी। उसमें अधिकारी सवार थे जो फील्ड से लौट थे। बाद में आरटीओ ने संवाददाता को बताया कि इस गाड़ी की फिटनेस करा दी गयी है। जबकि हकीकत यह थी कि जिस गाड़ी के मालिक को बुलाकर उसकी फिटनेस कराने का दावा करते हुए जानकारी दी गयी उसका कोई मालिक दफ्तर में आया ही नहीं था, उसके आए बगैर ही फिटनेस करा दी गयी। यह जादू केवल आरटीओ के अफसर ही कर सकते हैं।
किस की इजाजत से लगा है गाड़ी पर हूटर…या फिर गाड़ी ही अवैध
आरटीओ आॅफिस के परिसर में खड़ी गाड़ी संख्या यूपी-12-बीटी-3699 को लेकर सबसे बड़ा खुलासा यह कि इस गाड़ी पर जो हूटर और बत्ती लगी हैं जो अधिकारी इस गाड़ी का यूज कर रहे हैं क्या वो इसके लिए अनुमन्य हैं यानि डिजर्व करते हैं। जानकारों की मानें तो जो अधिकारी इस गाड़ी का यूज कर रहे हैं वो हूटर व बत्ती लगी गाड़ी के लिए अनुमन्य नहीं है। फिर किसी के आदेश पर इस गाड़ी पर हूटर व बत्ती लगायी गयी है। इसके अलावा जो दो फॉग लाइटें लगायी गयी हैं, उसके पीछे मंशा क्या है। हूटर, बत्ती और फॉग लाइट का लगाया जाना क्या इसको लेकर सवाल नहीं पूछा जान चाहिए और आरटीओ से इसकी सफाई नहीं आनी चाहिए। जो कुछ भी आरटीओ दफ्तर में चल रहा है उसको लेकर सवालों की लंबी फेहरिस्त जनवाणी के पास मौजूद है।