- विसरा प्रिजर्व, पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंप दिया गया
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सदर बाजार थाना के बेगमपुल स्थित होटल लिब्रा में दिल्ली के गांधीनगर इलाके के रहने वाले कारोबारी की मौत की वजह पोस्टमार्टम के बाद भी सामने नहीं आ पायी है। फिलहाल विसरा प्रिजर्व कर दिया गया है। होटल के कमरे में मृत पाए गए व्यापारी के पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। विसरा प्रिजर्व किया गया है। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंप दिया गया जो उसे लेकर दिल्ली रवाना हो गए।
गांधी नगर दिल्ली निवासी 40 वर्षीय मनोज पुत्र चरण सिंह पांच दिन पहले बेगमपुल के एक होटल में आकर रुके। बताया जाता है कि लगभग हर वर्ष ही वह यहां आकर रुकते हैं। कारोबार के सिलसिले में वह यहां आते थे। सोमवार सुबह होटल का कर्मचारी उनके रूम पर पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुला। पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा गया। अंदर मनोज का शव पड़ा था। पुलिस ने परिजनों को सूचना दी और वह भी मेरठ आ गए। इसके बाद शव का पंचनामा भरकर मोर्चरी भिजवा दिया गया।
देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया, जिसे लेकर वह दिल्ली रवाना हो गए। थानाध्यक्ष शशांक द्विवेदी ने बताया कि पोस्टमार्टम में व्यापारी के मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, जिस कारण विसरा प्रिजर्व किया गया है। जल्द यह विसरा जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। लैब रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। फिलहाल चिकित्सक मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट मानकर चल रहे हैं। संभवत: अत्याधिक अल्कोहल का सेवन करने से यह हुआ है।
प्रेम प्रसंग में युवक की हत्या, पुलिस ने बताया आत्महत्या
मेरठ: टीपीनगर क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर मिली रजत नायक की मौत को परिजनों ने हत्या करार देते हुए जिस युवती से वह प्रेम करता था, उसके परिजनों पर हत्या कर फेंकने का सनसनी खेज आरोप लगाया है। इस मामले में टीपीनगर पुलिस पर बगैर जांच के इस घटना को आत्महत्या बता देने का भी आरोप लगाया है। मंगलवार को मृतक के परिजन एसएसपी से मिलने पुलिस आॅफिस पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि पिता रामवीर सिंह ने रजत की हत्या कर शव ट्रैक पर फेंकने का आरोप लगाते हुए अफसरों से कार्रवाई की मांग की। मामले की जांच सीओ ब्रह्मपुरी को सौंपी गई है।
गगनकुंज कालोनी से काफी संख्या में लोग मंगलवार सुबह रिटायर्ड फौजी रामवीर सिंह के साथ पुलिस आफिस पहुंचे और हंगामा करने लगे। एकाएक हंगामे से अफरातफरी मच गयी। पुलिसकर्मियों रिटायर्ड फौजी है। 10 सितंबर को उनका बेटा रजत नायक घर से निकला, लेकिन वापस नहीं आया। आधी रात को वह टीपीनगर थाने गए और बेटे की गुमशुदगी दर्ज करा दी। अगले दिन पुलिस को ट्रैक पर एक शव मिला, जिसकी पहचान करने के लिए उन्हें थाने बुलाया गया। शव से पहचान नहीं हुई और उन्हें मोर्चरी पर पता चला कि शव उनके बेटे रजत नायक का ही है।
रामवीर सिंह का कहना था कि पुलिस ने बिना जांच किए बेटे की मौत को सुसाइड घोषित कर दिया। जबकि हकीकत यह है कि दो युवक उनके बेटे को घर से बुलाकर ले गए थे। पिता ने बताया कि उनके बेटे का एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। उस युवती के परिवार ने कई बार उसे जान से मारने की धमकी दी थी। यह बात वह पुलिस को बता चुके हैं, लेकिन पुलिस सुनवाई नहीं कर रही। उन्हें पूरी आशंका है कि बेटे की हत्या कर उसका शव टैÑक पर फेंका गया था, ताकि आत्महत्या प्रतीत हो। उन्होंने निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा दिलाने की गुहार लगाई है।