- कमिश्नरी चौराहे पर खड़ी गाड़ियों के चालान पर कर दिया हंगामा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एक ओर शहर में जाम को लेकर हाय तौबा मची है। वहीं, दूसरी ओर यदि ट्रैफिक पुलिस सख्ती करती है तो सख्ती की कीमत मुसीबत और विरोध का सामना कर चुकानी पड़ती है। कमिश्नरी चौराहे पर लगाने वाले जाम के लिए ट्रैफिक पुलिस की आलोचना की जाती है, लेकिन जब सख्ती की जाती है तो जिन पर सख्ती की जाती है वो छाती पीटने लगते हैं। ऐसा ही मंगलवार को हुआ। कमिश्नरी पर ई-रिक्शा पर सख्ती के बाद मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस ने यहां सड़क किनारे खड़े वाहनों के चालान करने शुरू कर दिए, जिसको लेकर हंगामा हो गया।
काफी देर हंगामा हुआ। हंगामा करने वाले लोगों ने ट्रैफिक विभाग के अफसरों से बात की, जिसके बाद मामला शांत हो पाया। कमिश्नरी से कॉपरेटिव बैंक चौराहे तक भीषण जाम लगता है। पिछले दिनों जाम से निजात दिलाने के लिए ट्रैफिक इंस्पेक्टर विनय शाही ने कमिश्नरी से कॉपरेटिव बैंक की ओर जाने वाले ई-रिक्शा पर रोक लगा दी। दो कांस्टेबल तैनात कर दिए गए। साथ ही बैनर भी लगा दिया गया। अगले दिन से असर भी दिखाई देने लगा और जाम से निजात मिलने लगी।
मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस ने कमिश्नरी पर सड़क किनारे खड़े वाहनों पर सख्ती दिखानी शुरू कर दी। ट्रैफिक पुलिस ने कार के चालान किये तो हंगामा हो गया। कुछ अधिवक्ता भी यहां पहुंच गए। काफी देर तक नोकझोंक होती रही। बाद में इंस्पेक्टर विनय शाही मौके पर पहुंचे और उनसे बात की। विरोध को देखते हुए उन्होंने चालान की कार्रवाई रुकवा दी। इसके बाद मामला शांत हो पाया।