- अमीरों पर रहम, गरीबों पर कहर, सलावा रजवाहे की जमीन से होटल का कब्जा हटवाए बगैर लौटा सिंचाई विभाग का दस्ता
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एनएच-58 खड़ौली हाइवे ईदगाह के सामने सलावा रजवाहे की जमीन से कब्जे हटाने पहुंची सिंचाई विभाग की टीम केवल गरीबों के टीन टप्पर गिराकर लौट गयी। जब बारी अवैध होटल द फेरर के कब्जे हटाने की आयी तो टीम लेकर पहुंचे एक्सईएन उल्टे पांव लौट गए। द फेरर होटल ने रजवाहे की जिस जगह पर अवैध कब्जा कर होटल में आने जाने का रास्ता बनाया है। उसको हटाना तो दूर की बात सिंचाई विभाग के एक्सईएन उसको छू भी नहीं सके।
इस होटल के आसपास जिन्होंने रोड साइट पर केवल अपने टीन टप्पर डाले हुए थे, वहां कुछ कर भी नहीं रहे थे। पूरा जोर उन्हें ध्वस्त करने या गिराने में रहा। यदि टीन टप्पर ही गिराने थे तो फिर जेसीबी लाने की क्या जरूरत थी। टीन टप्पर तो 300 रुपये का कोई मजदूर चीफ ने भेज दिया होता वो भी गिरा जाता। जेसीबी मशीन, दुनिया भर का तामझाम और गाड़ियां भेजने की फिर क्या जरूरत थी। अवैध कब्जा हटाने के नाम पर जो भी तमाशा किया उसको चीफ और राज्यमंत्री जिनके आदेश पर संभवत: यह कार्रवाई की गई है उन्हें धोखा देने के अलावा कुछ नहीं कहा जा सकता।
दरअसल, भाजपा के पूर्व विधायक जितेन्द्र सतवाई ने राज्यमंत्री दिनेश खटीक को लिखे पत्र में हाइवे के खड़ौली इलाके में सलावा रजवाहा पटरी पर निर्माणाधीन होटल मालिक द्वारा आने जाने का रास्ता बनाने के लिए अवैध कब्जे की शिकायत करते हुए कार्रवाई का आग्रह किया था। राज्यमंत्री ने पूर्व विधायक के पत्र का तत्काल संज्ञान लिया। माना जा रहा है कि उसी के चलते शनिवार को सिंचाई विभाग का दस्ता सलावा रजवाहे की पटरी पर किए गए कब्जे हटाने को भेजा गया था, लेकिन रजवाहे की जिस जगह पर द फेरर होटल में आने जाने का रास्ता बनाने के लिए कब्जा किया गया है।
उसको हटाना तो दूर की बात साथ गए अफसर उससे छेड़छाड़ तक की हिम्मत नहीं जुटा सके। कार्रवाई के नाम पर केवल रजवाहे की पटरी पर गरीबों ने जो टीन टप्पर डाले हुए थे, उनको गिरा दिया। पटरी के आसपास की जगह को जेसीबी से खोद दिया। द फेरर के अलावा भी आसपास जितने भी मुस्लिम पक्के ढाबे हैं, उन्हें भी छूने की हिम्मत सिंचाई विभाग की टीम के साथ आए अफसर नहीं जुटा सके।
ये थी शिकायत
भाजपा के पूर्व विधायक जितेन्द्र सतवाई ने जो पत्र राज्यमंत्री दिनेश खटीक को लिखा था, उसमें जानकारी दी थी कि भोला रोड के समीप बह रहे सलावा रजवाहे की पटरी पर अवैध होटल बनाने वालों ने कब्जा कर लिया है। इसके अलावा आसपास के तमाम मुस्लिम होटल मालिकों ने भी रजवाहे की पटरी कब्जा ली है। वहां रास्ते के लिए पक्के निर्माण कर लिए हैं। सिंचाई विभाग के चीफ से इन्हें हटाने को कहा था, लेकिन जिन्हें भेजा गया था वो केवल टीन टप्पर गिराकर आ गए।