- ट्रैफिक पुलिस ने जारी किया रूट डायवर्जन प्लान, भारी वाहनों की रहेगी नो एंट्री
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दीपावली व अन्य त्योहारों के मौके पर घर से बाहर सोच समझ कर निकलें। खासतौर से जब जब आप कार से निकल रहे हों। त्योहारों में बाजारों में भारी भीड़भाड़ को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने रूट डायवर्जन प्लान जारी कर दिया है। एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि दिल्ली-गाजियाबाद रूट की रोडवेज बसें परतापुर इंटरचेंज से एनएच-58 होकर रोहटा रोड, रेलवे ओवर ब्रिज, मूकबधिर स्कूल रोड से बायें मुड़कर मेरठ गर्ल्स पब्लिक स्कूल, गुरु तेग बहादुर के सामने से जलीकोठी होकर भैंसाली बस अड्डे पहुंचेंगी। इसी रास्ते से वह वापस भी जाएंगी।
सोहराब गेट बस अड्डे की रोडवेज बसें, जिन्हें भैंसाली बस अड्डे आना है, वह गांधी आश्रम चौराहे से हंस चौराहा, सूरजकुंड पुलिया, साकेत चौराहा, बाउंड्री रोड होकर जीरो माइल चौराहा से रजबन बाजार, नैंसी चौराहा, औघड़नाथ मंदिर से बालाजी मंदिर होकर वेस्ट एंड रोड पर एसडी सदर के सामने से बस अड्डे तक पहुंचेंगी। हरिद्वार, मुजफ्फरनगर और बिजनौर की रोडवेज बस जादूगर चौराहा से रजबन बाजार, नैंसी चौराहा, औघड़नाथ मंदिर, बालाजी मंदिर, वेस्ट एंड रोड एसडी सदर के सामने से भैंसाली बस अड्डे आएंगी। यह बसें औघड़नाथ मंदिर, मूकबधिर स्कूल, मेरठ गर्ल्स पब्लिक स्कूल, गुरु तेग बहादुर के सामने से जली कोठी होकर बस अड्डे आ सकेंगी। यही वापसी का रूट रहेगा।
बाहरी रूटों की ये रहेगी व्यवस्था
- मुजफ्फरनगर व रुड़की के ऐसे वाहन जिन्हें गढ़, मुरादाबाद व हापुड़ आना-जाना है, वह जीरोमाइल चौराहे से कमिश्नर आवास, जेलचुंगी, यूनिवर्सिटी रोड, तेजगढ़ी से गंतव्य की ओर बढ़ेंगे।
- गढ़-मुरादाबाद के भारी वाहनों को मुजफ्फरनगर, शामली व बागपत आने जाने के लिए तेजगढ़ी चौराहा से कमिश्नर आवास, जीरोमाइल होकर गंतव्य की ओर बढ़ना होगा।
- एल ब्लॉक से हापुड़ अड्डे की ओर कोई भारी वाहन नहीं जाएगा। ऐसे वाहन तेजगढ़ी होकर आगे बढ़ेंगे।
- बागपत के भारी वाहन जिन्हें गढ़, मुरादाबाद व हापुड़ जाना है, वह बागपत रोड फुटबॉल चौराहा से बिजली बंबा बाइपास होकर गंतव्य की ओर बढ़ेंगे।
- बच्चा पार्क से बेगमपुल कोई वाहन नहीं जाएगा। यहां से सभी भारी वाहन खैरनगर और कमिश्नरी चौराहे के जरिए गंतव्य की ओर बढ़ेंगे।
दीपावली पर शहर जगमगाने को 1.80 करोड़ की लाइटों का ठेका छोड़ा
मेरठ: दीपावली पर शहर को जगमगाने के लिए नगर निगम ने 1.80 करोड़ रुपये की स्ट्रीट लाइटें लगाने का ठेका छोड़ दिया है। इसके साथ ही 57 हजार स्ट्रीट लाइटों ठीक करने का ठेका भी छोड़ दिया गया है। शुक्रवार को महापौर ने वार्ड 29 में नई स्ट्रीट लाइटें लगाने का कार्य शुरू कराया। उन्होंने स्वयं सीढ़ी पकड़कर पहली नई स्ट्रीट लाइट लगवाई। इस कार्य का शुभारंभ नारियल फोड़कर किया गया और लड्डू बांटे गए। दरअसल, सात वर्ष पूर्व नगर निगम ने महानगर में सोडियम लाइटों को बदलकर एलईडी की स्ट्रीट लाइटें लगवाने और सात वर्ष तक महानगर में लगी सभी स्ट्रीट लाइटों की मेंटीनेंस करने का ठेका ईईएसएल कं. के नाम छोड़ा था।
शुरू में तो उक्त कंपनी ने नई स्ट्रीट लाइटें लगाई और स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत की, लेकिन धीरे-धीरे उक्त कार्य पर ध्यान नहीं दिया गया। इसका नतीजा हुआ कि स्ट्रीट लाइटें खराब होती गर्इं। कई वर्ष से महानगर में नई स्ट्रीट लाइटें नहीं लगी और खराब स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत नहीं होने की बात कहते हुए आम जनता और पार्षदों ने हंगामा किया। नगर निगम बोर्ड और कार्यकारिणी की बैठक में भी इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ। पार्षदों ने उक्त कंपनी को भुगतान न करने का आग्रह भी किया था। इसपर उक्त कंपनी का करोड़ों का भुगतान रोक दिया गया था। जुलाई में नगर विकास सचिव द्वारा अधिकारियों को उक्त कं. को भुगतान करने का आदेश दिया गया।
इस मामले को नगर निगम की पिछली बोर्ड बैठक में रखा गया। बैठक में उक्त कंपनी को ढाई करोड़ का भुगतान करने का निर्णय लिया गया। पार्षदों द्वारा दीपावली से पूर्व महानगर में नई स्ट्रीट लाइटें लगवाने और खराब स्ट्रीट लाइटों को चालू कराने की मांग की गई। महापौर ने हर वार्ड में 100-100 नई स्ट्रीट लाइटें लगवाने और पुरानी स्ट्रीट लाइटें ठीक कराने का भरोसा दिया था। गत 15 अक्टूबर को पार्षद कुलदीप कीर्ति घोपला, आशीष चौधरी, प्रशांत कसाना, भूपेन्द्र पाल, शमशाद और शाहिद पहलवान ने अपने समर्थकों के साथ नगर निगम के मुख्य कार्यालय पर धरना दिया था। अपर नगरायुक्त पंकज यादव ने उन्हें बताया था कि 25 अक्टूबर तक का समय ईईएसएल का ठेका है।
इस ठेके को खत्म करने से पहले उन्होंने नगर निगम द्वारा एक करोड़ अस्सी लाख रुपये से नई स्ट्रीट लाइटें खरीदने के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं। चार निविदा आई हैं। इनमें दो बोलीदाता अयोग्य हैं, उन्हें नोटिस देकर 48 घंटे में स्पष्टिकरण देने का समय दिया गया है। इसके बाद जिसका रेट सबसे कम होगा, उसे टेंडर दिया जाएगा। इसके अलावा नगर निगम करीब 30 लाख रुपये तक का सामान स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत के लिए खरीदेगा। 25 अक्टूबर के बाद युद्धस्तर पर स्ट्रीट लाइटें ठीक करने और नई स्ट्रीट लाइटें लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
अधिकारियों ने 25 अक्टूबर तक की मोहलत मांगी थी। पार्षदों ने चेतावनी दी कि यदि 25 अक्टूबर के बाद नई स्ट्रीट लाइटें लगाने व खराब स्ट्रीटें ठीक करने का कार्य शुरू नहीं किया गया तो वे नगर निगम में बेमियादी धरना शुरू कर देंगे और यहीं पर दीपावली मनाएंगे। नगर निगम ने 1.80 करोड़ की स्ट्रीट लाइटें खरीदने को टेंडर निकाला था, जिसमें जरनल इलेक्ट्रिकल्स कं. मुरादाबाद ने 90 वाट की एलईडी लाइट 2600 रुपये नगर निगम को देने की निविदा दी।
इससे उक्त धनराशि में करीब सात हजार स्ट्रीट लाइटें लग जाएंगी। फिलहाल 1700 नई स्ट्रीट लाइटें नगर निगम में आ गई हैं। इसके अलावा नगर निगम ने करीब 57 हजार स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत का एक वर्ष का ठेका लखनऊ की फर्म अवर सोल्यूशन कंपनी को दिया गया। नई स्ट्रीट लाइटें 20 टीमें लगाने के लिए महानगर में उतरेंगी। शुक्रवार को स्ट्रीट लाइटें लगाने का शुभारंभ महापौर हरिकांत अहलूवालिया में वार्ड 29 में पहुंचकर किया। उन्होंने नारियल फोड़कर लोगों को लड्डू बांटे।