जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ है. कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों ने बाबा भीमराव आंबेडकर के मुद्दे पर संसद भवन में प्रदर्शन किया। जिसके बाद यह खबर सामने आ रही है कि दोनों दलों के बीच मकर द्वार पर धक्कामुक्की हुई। इस धक्कामुक्की में भाजपा सांसद प्रताप सारंगी के सिर में चोट देखी गई। इस दौराप भाजपा सांसद मुकेश राजपूत भी घायल हो गए। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
उन्हें आरएमएल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। सारंगी का इलाज भी इसी अस्पताल में चल रहा है। इसी बीच घायल संसद ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने एक संसद को धक्का दिया जो कि मेरे ऊपर गिर गए.उधर, इस आरोप का जवाब देते हुए राहुल बोले कि हां! हां! ऐसा हुआ। वे हमें प्रवेश द्वार पर रोकने की कोशिश रहे थे। मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी के साथ भी धक्कामुक्की हुई।
क्यों आई ऐसी नौबत?
दरअसल, बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर कांग्रेस ने संसद भवन परिसर में मार्च निकाला। जवाब में भाजपा ने कांग्रेस पर झूठ की राजनीति का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान संसद भवन के मकर द्वार पर दोनों दलों के सांसद आमने-सामने आ गए। दोनों के बीच धक्का-मुक्की की भी नौबत आई।
क्या आरोप लगाए प्रताप सारंगी ने?
इस बीच प्रताप सारंगी चोटिल देखे गए। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया, जो मेरे ऊपर गिर गए। इसके बाद मैं नीचे गिर गया। मैं सीढ़ियों के पास खड़ा था, जब राहुल गांधी आए और एक सांसद को धक्का दिया, जो मेरे ऊपर गिर गए। इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, अर्जुन राम मेघवाल, पीयूष गोयल और अन्य भाजपा नेता पार्टी सांसद प्रताप सारंगी को देखने आरएमएल अस्पताल पहुंचे हैं।
राहुल गाँधी ने इसपर क्या जवाब दिया?
मामले में जब लोकसभा में विपक्ष के नेता से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह आपके कैमरे में हो सकता है। मैं संसद के प्रवेश द्वार से अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, भाजपा सांसद मुझे रोकने, धक्का देने और धमकाने की कोशिश कर रहे थे। इसलिए यह हुआ। हां, ऐसा हुआ है। मल्लिकार्जुन खरगे को धक्का दिया गया। प्रियंका गांधी को भी धक्का दिया गया।
हालांकि, धक्का-मुक्की से हम प्रभावित नहीं हुए। यह प्रवेश द्वार है और हमें अंदर जाने का अधिकार है। भाजपा सांसद हमें अंदर जाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे। मुख्य मुद्दा यह है कि वे संविधान पर हमला कर रहे हैं और आंबेडकर की स्मृति का अपमान कर रहे हैं।