जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले का दौरा किया, जहां हाल ही में पाकिस्तान की ओर से हुई सीमा पार गोलीबारी ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है। इस दौरे को सियासी नहीं, बल्कि मानवीय संवेदना के रूप में देखा जा रहा है।
सभी की समस्याओं को गंभीरता से सुना
राहुल गांधी ने सीमावर्ती गांवों में पहुंचकर घायल बच्चों, विधवाओं और बेघर परिवारों से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना। इस दौरान गांवों में डरे हुए चेहरों, टूटी छतों और खाली आंखों के बीच राहुल गांधी ने राहत और पुनर्वास की आवश्यकता को प्रमुखता से उठाया।
#WATCH | जम्मू-कश्मीर: लोकसभा में विपक्ष के नेता व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पुंछ पहुंचे।
वे पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से की गई गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेंगे। pic.twitter.com/KRGdcqNA4K
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2025
राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा?
राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा,सिर्फ सुरक्षा नहीं, सम्मान भी चाहिए” । इसके अलावा उन्होंने कहा कि “यह सिर्फ सीमा की सुरक्षा का सवाल नहीं है, बल्कि सीमावर्ती लोगों की जिंदगी और गरिमा का सवाल है।”
साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि इन इलाकों में बंकर, स्वास्थ्य सुविधाएं और पुनर्वास योजनाएं तत्काल प्रभाव से शुरू की जाएं।
राहुल गांधी के दौरे के दौरान गांवों में सैकड़ों लोग उनसे मिलने के लिए उमड़ पड़े। उनका कहना था कि उन्हें भाषण नहीं, समाधान चाहिए। वहीं, स्थानीय निवासी बोले “हम अपने बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं, बंकरों में नहीं। हमें घर चाहिए, भाषण नहीं।”
हर रात गोलियों की आवाज़ और बच्चों की चीखें
सीमावर्ती पुंछ के हालात बेहद चिंताजनक हैं। हर रात सीमा पार से होने वाली गोलीबारी के चलते लोग अपने खेत, घर छोड़कर स्कूलों में शरण लेने को मजबूर हैं। अधूरी नींदें, टूटे घर और डरे हुए बच्चे इस संकट की तस्वीर बन गए हैं।
राहुल गांधी का यह दौरा राजनीति से ऊपर उठकर उन आवाज़ों को दिल्ली की गलियारों तक पहुंचाने की एक कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।