Wednesday, July 16, 2025
- Advertisement -

लंबे समय के बाद स्कूल पहुंंचे बच्चे

  • स्कूलों ने पहले दिन कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की दी जानकारी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: बुधवार को लंबे समय के बाद स्कूल खुले तो एक बार फिर से स्कूलों में घंटे और बच्चों के शोर की आवाज सुनाई दी। मार्च के बाद स्कूल आने पर जहां बच्चे खुश चहखते हुए नजर आए वहीं छात्र-छात्राओं को देख शिक्षकों में भी खुशी देखने को मिली।

हालांकि अभी कक्षा छह से आठवीं तक के छात्रों को दो-दो दिन के अंतराल पर बुलाया जा रहा है। जबकि कक्षा नौवीं से 12वीं तक पूरी तरह से आॅफलाइन कर दिया गया है। वहीं छोटे बच्चों की मदद के लिए स्कूलों में आॅफलाइन कक्षाएं भी चलाई जा रही है।

पहले दिन स्कूल गेट पर बच्चों का स्वागत किया गया। उसके बाद थर्मल स्क्रीनिंग और हाथों को सैनिटाइज कराते हुए कक्षाओं में भेजा गया। कक्षाओं में बच्चों को सोशल दूरी के साथ बैठाया गया। वहीं पढ़ाई की बजाय पहले दिन कोविड-19 की कक्षा चली।

जिसमें छात्र-छात्राओं को बताया गया कि सभी को कोविड से मिलकर लड़ना होगा। उसके बाद छात्र-छात्राओं को कोविड गाइडलाइन का पालन करने की शपथ भी दिलाई गई। 10 माह से अधिक समय के बाद एक-दूसरे से मिलने पर छात्र-छात्राएं भावुक नजर आए। बच्चों ने अपनी बाते साझा करते हुए शिक्षकों से कहा कि इतने लंबे समय घर में रहकर परेशान हो गए थे।

10 13

स्कूल आकर बहुत अच्छा लग रहा है। पहले दिन स्कूलों में उपस्थिति 20 से 50 फीसदी रही। छात्र-छात्राओं ने स्कूल पहुंचने और छुट्टी के समय सड़क पर भी जमकर मौज मस्ती की और मास्क को जेब में डालकर घूमते हुए छात्र-छात्राएं नजर आए। पहले दिन प्रधानाचार्यों ने भी बच्चों से मुलाकात कर बातचीत की।

अभिभावकों से लिए गए सहमति पत्र

स्कूल खुले तो लेकिन अभिभावकों के सहमति पत्र भी लिए गए। वहीं जिन बच्चों ने एक दिन पहले समति पत्र जमा नहीं किए थे उन्होंने स्कूल खुलने पर दिए। जिसके बाद उन्हें स्कूल में प्रवेश दिया गया। पहले दिन कक्षा छह से आठवीं तक की कक्षाओं में उपस्थिति पूरी तो नहीं रही, लेकिन काफी संख्या में बच्चे स्कूलों में दिखाई दिए। अधिकांश स्कूलों में पहले दिन कक्षा सातवीं व आठवीं को ही बुलाया गया कक्षा छह के छात्रों को आज बुलाया गया है। वहीं, इंटरवल तो हुआ, लेकिन उस दौरान बच्चे कक्षाओं में ही रहे।

11 10

अभिभावकों ने स्कूल खुलने पर जाहिर की खुशी

बच्चों को स्कूल छोड़ने आए अधिकांश अभिभावकों ने स्कूल खुलने पर खुशी जाहिर की और कहा कि सरकार का यह सराहनीय कदम हैं। क्योंकि आॅनलाइन कक्षाओं से अब बच्चे उबने लगे थे। वहीं अभिभावकों ने कहा कि इससे बच्चों की अधूरी रह गई पढ़ाई भी पूरी हो जाएगी।

विद्यालय खुले तो खिले छात्रों के चेहरे

कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने के साथ ही धीरे-धीरे जीवन पटरी पर आने लगा है। अब सरकार ने भी विद्यालयों को खोलने के लिए आदेश कर दिए हैं। बुधवार से कक्षा छह से 12वीं तक की क्लास शुरू कर दी गई। विद्यालयों में लंबे समय बाद पहुंचे छात्रों के चेहरों पर भी खुशी नजर आई। वहीं विद्यालय प्रबंधकों ने भी राहत की सांस ली है।

कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन में सब कुछ बंद कर दिया गया था। हालात नियंत्रण में आने के बाद धीरे-धीरे सार्वजनिक स्थानों को भी खोलना शुरू कर दिया गया। मगर इस सब में सबसे अधिक हानि बच्चों की शिक्षा की हुई है। वैक्सीन आने के बाद अब सरकार ने विद्यालयों को खोलने की भी अनुमति दे दी है।

फिलहाल कक्षा छह से 12वीं तक की क्लास चलाने के आदेश हुए हैं। जिसके तहत बुधवार को क्षेत्र के विद्यालयों में क्लास चली। 11 माह का वनवास काटने के बाद विद्यालय पहुंचे छात्रों के चेहरों पर भी खुशी नजर आई। वहीं, विद्यालय प्रबंधकों को ने भी राहत की सांस ली।

हालांकि इस दौरान कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस के साथ ही तमाम सुरक्षा के इंतजाम भी देखने को मिले। महावीर इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य नरेश कुशवाह ने बताया कि विद्यालय में गाइड लाइन के पालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बच्चों से सकारात्मक ऊर्जा के साथ शिक्षा ग्रहण करने को कहा।

13 11

खुले स्कूल, आठवीं के विद्यार्थी पहुंचे पढ़ने

उत्तर प्रदेश शासन व जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर कक्षा छह से आठवीं तक के बच्चों के लिए बुधवार को स्कूल खोले गये। जिसमें नगर के डीएम सीनियर सैकेंड्री स्कूल में आए कक्षा आठवीं के सभी विद्यार्थियों को थर्मल स्क्रीनिंग व हाथों को सैनिटाइजर करने के बाद ही स्कूल में प्रवेश कराया।

बच्चों को क्लास रूम में बैठाने से पहले बैंच व कुर्सियों को भी सैनिटाइजर कर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया गया। कक्षा आठवीं के 136 बच्चों में से 68 बच्चे ही स्कूल पहुंचे। नगर के ओम पब्लिक स्कूल में कोरोना वायरस से बचाव के साधन अपनाते हुए छात्र-छात्राओं को कक्षा में प्रवेश दिया। स्कूल में 85 बच्चों में से 43 बच्चे ही स्कूल आए।

छात्रों का किया स्वागत

शताब्दी नगर स्थित द अध्ययन स्कूल में बुधवार को एक बार उल्लास और उत्साह का वातावरण नजर आया। समय था जब प्रबंधन तंत्र और अध्यापकगण स्वागत के लिए तैयार थे। अपने उन विद्यार्थियों के लिए जो एक लंबे अंतराल के बाद कोरोना की विषम परिस्थितियों को जीतकर अपने विद्यालय आए थे। ताकि वह भी आॅफलाइन ली जाने वाली कक्षाओं के साक्षी बने। कक्षा छह से आठवीं तक के सभी विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं। अध्ययन स्कूल के मुख्य द्वार पर आॅटोमेटिक मशीन छात्रों की सुरक्षा के लिए लगाई गई है। इस मशीन से स्कूल में आने वाले लोगो की जांच होगी।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

Dipika Kakar: लीवर सर्जरी के बाद अब दीपिका कक्कड़ ने करवाया ब्रेस्ट कैंसर टेस्ट, जानिए क्यों

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक​ स्वागत...

Sports News: 100वें Test में Mitchell Starcs का धमाका, टेस्ट Cricket में रचा नया इतिहास

नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और...

Dheeraj Kumar Death: ‘ओम नमः शिवाय’, ‘अदालत’ के निर्माता धीरज कुमार का निधन, इंडस्ट्री में शोक

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत...

Nimisha Priya की फांसी पर यमन में लगी रोक, भारत और मुस्लिम नेताओं की पहल लाई राहत

जनवाणी ब्यूरो |नई दिल्ली: भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की...
spot_imgspot_img