- चुनाव में जीत के लिए संभावित प्रत्याशी लगे समीकरण बनाने
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर तैयारिया तेज कर दी गई है। शासन की तैयारियों को देखते हुए लगता है, कि होली के पश्चात अप्रैल के प्रथम सप्ताह में अबकी बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के रंग देखने को मिलेंगे।
चुनाव की आहट को देखते हुए जिला प्रशासन भी तीव्र गति से तैयारियों को अंतिम रूप देने में लग गया है। ताकि चुनाव की तिथि की घोषणा होने के पश्चात किसी भी प्रकार की पेरशानी ना हो। वहीं आरक्षण व्यवस्था लागू होने के पश्चात आरक्षित सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए संभावित प्रत्याशियों ने जीत के समीकरण बनाने भी शुरु कर दिए हैं। त्रिस्तरीय चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों का अहम् रोल रहता है।
इसी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई हैं। किसका अबकी बार प्रतिनिधि के रूप में चयन करना है। इसके लिए चौपाल भी लगनी शुरु हो गई हैं। जिसमें गांव के बुजुर्गों के साथ-साथ युवा भी सक्षम प्रतिनिधि चुनने के लिए चर्चा कर रहे हैं। ऐसे में अबकी बार चुनाव में बुजुर्गों के अनुभव एवं युवाओं की नई सोच से परिर्वतन की प्रबल संभवनाएं बनी हुई हैं।
दरअसल मेरठ में कुल 479 ग्राम पंचायते हैं। इनमे 12 क्षेत्र पंचायते हैं 33 जिला पंचायत सीटे हैं। बता दें कि दिसंबर में प्रधान एवं ब्लॉक प्रमुख एवं जनवरी में जिला पंचायत सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो चुका हैं। जिसके पश्चात से संभावित प्रत्याशी क्षेत्रों में कार्य करने में लगे हुए हैं। तब से सभी पदों पर शासन द्वारा नियुक्त अधिकारी ही व्यवस्था संभाल रहे हैं।