- जड़ा अर्धशतक, इंग्लैंड को आठ रन से हराकर सीरीज 2-2 से बराबर की
- टी-20 क्रिकेट में 9000 रन पूरे करने वाले दूसरे भारतीय बने रोहित शर्मा
जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: सूर्यकुमार यादव के आकर्षक अर्धशतक और श्रेयस अय्यर की आखिरी क्षणों की तेजतर्रार पारी के बाद भारत ने अपने गेंदबाजों के दम पर चौथे टी-20 मैच में इंग्लैंड को आठ रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 2-2 से बराबरी की। इससे पहले भारत ने जोफ्रा आर्चर के झटकों के बावजूद इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में गुरुवार को यहां आठ विकेट पर 185 रन बनाए।
इशान किशन के चोटिल होने से टीम में जगह बनाने वाले सूर्यकुमार ने विवादास्पद तरीके से आउट दिए जाने से पहले 31 गेंदों पर 57 रन बनाए जिसमें छह चौके और तीन छक्के शामिल हैं। उनके अलावा श्रेयस अय्यर (18 गेंदों पर 37 रन, पांच चौके, एक छक्का) और ऋषभ पंत (23 गेंदों पर 30 रन, चार चौके) ने उपयोगी योगदान दिया। इंग्लैंड की तरफ से आर्चर सबसे सफल गेंदबाज रहे।
उन्होंने 33 रन देकर चार विकेट लिए। भारत को पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा ने आदिल राशिद की मैच की पहली गेंद लॉग आॅफ पर छक्के के लिए भेजी। उन्होंने इस बीच टी-20 क्रिकेट में 9000 रन भी पूरे किए लेकिन उनकी पारी लंबी नहीं खिंची।
आर्चर की धीमी लेग कटर पर उन्होंने वापस गेंदबाज को आसान कैच दे दिया। उनकी जगह लेने के लिए उतरे सूर्यकुमार ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहली गेंद ही छक्के के लिए भेजी। उन्होंने इसके बाद भी बेपरवाह बल्लेबाजी की और लेग स्पिनर राशिद पर भी छक्का जड़ा। लेकिन, दूसरे छोर से केएल राहुल (17 गेंदों पर 14) और कप्तान विराट कोहली (01) के लगातार ओवरों में आउट होने से भारत का स्कोर तीन विकेट पर 70 रन हो गया। राहुल लगातार चौथे मैच में नाकाम रहे।
वह बेन स्टोक्स की धीमी गेंद को नहीं समझ पाये और मिड आॅफ पर आसान कैच दे बैठे। कोहली को राशिद ने गुगली पर गच्चा दिया और जोस बटलर ने उन्हें आसानी से स्टंप आउट किया। सूर्यकुमार ने दूसरे छोर से लय बनाए रखी। उन्होंने राशिद की गेंद प्वाइंट क्षेत्र से चार रन के लिए भेजकर केवल 28 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। वह टी-20 अंतरराष्ट्रीय में अपनी पहली पारी में अर्धशतक जड़ने वाले पांचवें भारतीय बल्लेबाज हैं।
इसके बाद पंत ने स्टोक्स पर दो चौके लगाकर 13वें ओवर में स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। सूर्यकुमार का सैम कुरेन पर फाइन लेग पर लगाया गया छक्का उनके आत्मविश्वास का प्रतीक था लेकिन उन्हें विवादास्पद तरीके से आउट दिया गया।