- मौके पर पहुंचे सीओ का ग्रामीणों ने किया घेराव, आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराने की मांग
जनवाणी संवाददाता |
बागपत: गाधी के रवित उर्फ रोहित हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर पीड़ित पक्ष के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। रविवार को आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गाधी के ग्रामीणों ने एसपी आफिस पर धरना दिया। इस दौरान ग्रामीणों को समझाने मौके पर पहुंचे सीओ बड़ौत आलोक सिंह का ग्रामीणों ने घेराव किया और चेतावनी दी कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है , उनका धरना जारी रहेगा। ग्रामीणों ने आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त कराने की मांग की।
कोतवाली क्षेत्र के गांव गाधी में किसी बात को लेकर जाट व ब्राह्मण पक्ष के लोगों में विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते ब्राह्मण पक्ष के लोगों ने गत 3 अगस्त को रवित उर्फ रोहित की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले मृतक के चचेरे भाई ने कोतवाली में दस लोगों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस छह आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है जबकि चार आरोपियों की गिरफ्तारी अभी शेष है। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर करीब दो सप्ताह पूर्व जाट पक्ष के लोग एसपी से मिले थे और एसपी ने उन्हें दस दिन के अंदर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था।
आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से जाट पक्ष के लोगों में रोष व्याप्त है। रविवार को गिरफ्तारी की मांग को लेकर वह एसपी आफिस पर धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठने की सूचना पर सीओ बड़ौत आलोक सिंह मौके पर पहुंचे और धरनारत लोगों को समझाने का प्रयास किया।
इस दौरान ग्रामीणों ने सीओं का घेराव किया और कोतवाली पुलिस पर आरोपियों से मिले होने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कोई प्रयास नही किया। इस अवसर पर श्यौराज सिंह, सत्यवीर प्रधान, अमरदीप, राजदीप, वीरेंद्रपाल, सलील, सुभाष, नरेंद्र अनुज, आजाद सिंह, प्रताप सिंह, रामनिवास, कंवरपाल ,ब्रह्मपाल,कुलदीप व मृतक की पत्नी शालू के अलावा दर्जनों स्त्री -पुरूष मौजूद थे।
फैसले का दबाव बना रहे हैं आरोपी
पीड़ितों ने कहा कि पुलिस की लापरवाही के चलते आरोपी खुले घूम रहे है और उन पर फैसले के लिए दबाव बना रहे हैं तथा फैसला न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ितों ने कहा कि यदि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो वह उनके साथ कोई भी अप्रिय घटना कारित कर सकते हैं। इसलिए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी होना जरूरी है। ग्रामीणों ने पुलिस पर वायदा खिलाफी का भी आरोप लगाया।
शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की मांग
पीड़ितों ने कहा कि आरोपियों पास राईफल व बंदूक का लाइसेंस हैं। उन्होंने आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराने की मांग की। सीओं ने आश्वासन दिया कि पांच घंटे के अंदर उनके शस्त्र लाइसेंस निरस्त करा दिए जाएंगे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जब तक आरोपियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त नहीं होते और सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता है, उनका धरना जारी रहेगा। इस दौरान ग्रामीणों की सीओ से नोंक झोंक भी हुई।
आरपार की लड़ाई को तैयार
रविवार को जाट पक्ष के लागों के तेवर तीखे नजर आए। जब सीओ उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे थे तो धरने पर बैठे लोगों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया और कहा कि यदि पुलिस बीच में हट जाए तो वह आरोपियों के साथ आरपार की लड़ाई के लिए तैयार हैं ।