जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) का डर भय खत्म होता जा रहा है। यही वजह है कि गंगानगर से सटे राजेन्द्रपुरम में एक बड़ी बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है, जिसका मानचित्र स्वीकृत नहीं होने पर एमडीए के इंजीनियरों ने सील की कार्रवाई कर दी थी।
बिल्डिंग मालिक ने सील तोड़कर अलग-थलग कर दी और फिर से निर्माण आरंभ कर दिया। ग्राउंड फ्लोर से लेकर दूसरी मंजिल तक इसी तरह से लिंटर डाल लिया गया। यही नहीं, कपाउंडिंग कराने के लिए भी एमडीए में मानचित्र दाखिल नहीं किया गया। इस तरह से लोग बेखौफ है।
एमडीए इंजीनियर सील लगाते है तथा उनके जाते ही सील तोड़कर निर्माण फिर उसी तेजी के साथ आरंभ कर दिया जाता है, जिस तरह से पहले चल रहा था। सील तोड़ने का किसी को पता नहीं चले, इसको ध्यान में रखते हुए पूरी बिल्डिंग को ही कपड़ा लगाकर कवर कर लिया, ताकि निर्माण के बारे में किसी को पता ही नहीं चलेगा।
यह एक निर्माण नहीं, बल्कि गंगानगर क्षेत्र में व्यापक स्तर पर अवैध निर्माण चल रहे हैं, जिनको एमडीए इंजीनियर रोक नहीं पा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इनकी शिकायतें एमडीए में नहीं पहुंच रही है। शिकायत आ रही है, मगर पेंडिंग डाल दी जाती है। जब मकान बनकर तैयार हो जाता है, तब कह दिया जाता है कि यह मकान तो पुराना बना हुआ है। फिर भी यदि मानचित्र स्वीकृत नहीं है तो उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है?