- पिता की मौत के बाद उमड़ा वापसी का विचार, 2014 में हिंदू से बन गया था मुस्लिम
जनवाणी संवाददाता |
लावड़: कस्बा निवासी युवक की कहानी आजकल चर्चाओं में बनी हुई है। लगभग 32 वर्षीय जीवन मे धर्मांतरण, शादी, खस्ताहाल जिंदगी के बाद फिर अपने धर्म में वापसी का मामला बिल्कुल फिल्मी लगता है। फिलहाल मौलाना कलीम से तार जुड़ने के बाद मामला दोबारा क्षेत्र में सुर्खियां बटोर रहा है।
कस्बे के रसूखदार करोड़पति परिवार से सम्बंध रखने वाला सौरभ गुप्ता एकाएक धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन गया। यह बात आसानी से क्षेत्र के लोगों को पच नहीं सकी। बताया जाता है कि सौरभ अपने स्कूल के समय से ही खुले विचारों का औसत दर्जे का छात्र था। जिसके चलते पिता सहित परिवार का रवैया उसके प्रति ठीक नहीं था। जिसके चलते उसके मन मे असंतोष पनप रहा था।
मुस्लिम युवती से प्रेम-प्रसंग के बाद उसके मन मे दबी चिनगारी को हवा मिल गई। पारिवारिक असंतोष, युवती के प्यार भरे शब्दों ने सौरभ को बड़ा कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। सौरभ के धर्म परिवर्तन की संभावनाओं की जानकारी मिलने पर कुछ लोगों ने उसकी मदद कर उसके इरादों को हकीकत में बदलने में सहयोग कर डाला। धर्म परिवर्तन कर सौरभ को घरेलू दबाव से मुक्ति मिल गई।
वहीं, मोहब्बत भी परवान चढ़ गई। सौरभ ने मुस्लिम धर्म अपनाकर अपनी प्रेमिका से शादी रचा ली। मगर पारिवारिक मोह तथा जिंदगी की कठिनाइयों के बीच इन आठ साल में छोटे-मोटे काम कर जीवन यापन करता रहा। पिता की मृत्यु के बाद सौरभ के मन मे घर वापसी के विचार उमड़ने लगे।
हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं की मदद से सौरभ ने हिंदू धर्म मे वापसी कर ली। बताया जाता है कि तमाम घटनाक्रमों के बाद भी परिजन सौरभ को अपनाने को तैयार नहीं थे। जिसके चलते सौरभ रिश्तेदारों के साथ रह रहा था। मौलाना कलीम की गिरफ्तारी के बाद सौरभ को एटीएस जानकारी जुटाने के लिये अपने साथ ले गई। संभवत: सौरभ को मौलाना कलीम के खिलाफ जबरन धर्मांतरण मामले में गवाह बनाया जा सकता है। फिलहाल मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।