जनवाणी संवाददाता
बड़ौत: बड़ौत में चातुर्मास हेतु विराजमान मनोहर व्याख्यानी गुरु सुदर्शन संघ संचालक गुरुदेव नरेश चंद्र जी महाराज, तपस्वी रत्न सुधीर मुनि जी महाराज आदि ठाणा 5 के सानिध्य में अचल मुनि जी महाराज के जीवन दर्शन पर आधारित जय अचलासन स्मृति ग्रंथ का विमोचन जैन समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने किया।
ग्रंथ के विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए गुरु सुदर्शन संघ संचालक नरेश चंद्र जी महाराज ने कहा कि अचल मुनि जी हमारे गुरु सुदर्शन संघ की शान थे। उनके चले जाने से जो स्थान साधु समाज में रिक्त हुआ है।
उसकी पूर्ति नहीं हो सकती विमोचन समारोह का संचालन करते हुए डॉ अमित राय जैन ने बताया कि सुदर्शन लाल जी महाराज के परम शिष्य अचल मुनि जी महाराज का पंजाब के लुधियाना शहर में अचानक देवलोक गमन हो गया था।
उनकी स्मृति में रत्नाकर जय मुनि जी महाराज ने यह ग्रंथ लिखा हैं। ग्रंथ का संपादन वीरेंद्र मुनि जी महाराज ने किया है। ग्रंथ में दिवंगत अचल मुनि महाराज के संपूर्ण जीवन दर्शन का विस्तार पूर्वक वर्णन है।
समस्त जैन समाज के विभिन्न साधु साध्वियों एवं श्रावक श्राविका वर्ग की ओर से प्राप्त श्रद्धांजलिओं को भी प्रस्तुत ग्रंथ में समाहित किया गया है।
ग्रंथ विमोचनकर्ताओं में स्थानकवासी जैन समाज बड़ौत शहर के अध्यक्ष घसीटु मल जैन, मंडी संघ के अध्यक्ष शिखर चंद जैन, महामंत्री संजय जैन, सुभाष चंद जैन संघ संचालक जी महाराज के जेष्ठ भ्राता, देवेंद्र जैन, अशोक जैन श्री सोहन पाल जैन, मनोज जैन, डॉ. अमित राय जैन आदि वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल रहे।