- 25 करोड़ रुपये की अचल सम्पत्ति जब्त, विरोध पर अफसरों ने हड़काया
- हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज की 118 बीघा जमीन व 4 बिल्डिंग पर प्रशासन का कब्जा
- पूर्व में शिक्षा माफिया की खेती की जमीन को प्रशासन ने लिया था कब्जे में
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: शिक्षा माफिया ! इमलाख पर पर पुलिस ने अपना शिकंजा कड़ा कर दिया है। शासन के निर्देश पर मुजफ्फरनगर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी करोड़ों रुपए की संपत्ति को जब्त कर लिया है।
जब्त की गयी संपत्ति में हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज की जमीन व बिल्डिंग भी शामिल हैं। शिक्षा माफिया द्वारा जब पुलिस कार्रवाई का विरोध किया गया, तो पुलिस अफसरों ने उसे हड़काते हुए हिरासत में ले लिया। इमलाख शहर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर भी है और उस पर शिक्षा माफिया होने का आरोप है।
रविवार को एसडीएम सदर दीपक कुमार और सीओ सिटी राजेश कुमार दिवेदी के नेतृत्व में थाना कोतवाली नगर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अभियुक्त इमलाख पुत्र इलियास निवासी ग्राम शेरपुर थाना कोतवाली नगर की अचल सम्पत्ति के विरुद्ध धारा 14(1) के अन्तर्गत बड़ी कार्यवाही की गई।
रविवार को दोपहर के समय सीओ सिटी राजेश द्विवेदी के साथ एसडीएम सदर दीपक कुमार भारी पुलिस फोर्स लेकर हिस्ट्रीशीटर इमलाख के बरला-बसेडा रोड पर स्थित बाबा इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी और बाबा चेरिटेबल हास्पिटल पहुंचे और वहां पर शासन के निर्देशानुसार कॉलेज व हास्पिटल सहित अन्य अचल संपत्ति को जब्त करने की कार्यवाही प्रारम्भ करा दी। इस दौरान इमलाख भी मौके पर ही मौजूद रहा।
इमलाख को एसडीएम सदर और सीओ सिटी ने उसके विरुद्ध बने आरोपों के अन्तर्गत जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. द्वारा दिये गये संपत्ति जब्तीकरण के आदेशों की जानकारी दी। इमलाख से संपत्ति को जब्त करने की कार्यवाही की नोटिस देकर उसके हस्ताक्षर भी अधिकारियों ने मौके पर ही कराये।
एसडीएम सदर दीपक कुमार ने बताया कि इमलाख ने संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई को लेकर अपना विरोध भी दर्ज कराया और कार्रवाई में व्यवधान पैदा करने की कोशिश भी की गयी, इसको लेकर पुलिस द्वारा उसको हिरासत में लेकर थाने भिजवा दिया गया था।
मौके पर कार्रवाई को लेकर बोर्ड भी लगवा दिया गया है। इसमें बाबा इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी, बाबा चेरिटेबल हास्पिटल की बिल्डिंग भी शामिल हैं, जिनको सील करा दिया गया है।
सीओ सिटी राजेश द्विवेदी ने बताया कि इमलाख पुत्र इलियास थाना कोतवाली नगर की हिस्ट्रीशीट संख्या 590ए का अपराधी है। इमलाख ने अवैध रूप से फर्जी मार्कशीट यूपी बोर्ड एवं विभिन्न शिक्षा बोर्ड के माध्यम से बनाकर छात्रों एवं उनके अभिभावकों से धन अर्जित करते हुए यह अवैध संपत्ति अर्जित की थी।
रविवार को जिलाधिकारी द्वारा मुकदमा अपराध संख्या 346/2018 धारा 2/3 गिरोहबन्द एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम की धारा 14(1) के अन्तर्गत दिए गये आदेशों पर यह कार्रवाई की गयी।
उन्होंने बताया कि इमलाख के खिलाफ ग्राम भमावडी स्थित खसरा नम्बर 531 के रकबा 1.4660 हैक्टेयर पर स्थित बाबा इंस्टीट्यूट आफ एजूकेशन एण्ड टैक्नालोजी की इमारत को शासन के पक्ष में कुर्क किया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार इमलाख पर हुई इस कार्रवाई में करीब 25 करोड़ रुपये कीमत की अचल संपत्ति को जब्त किया गया है। इसमें 118 बीघा जमीन व चार बनी एवं अधबनी बिल्डिंग को जब्त करने की कार्यवाही की गयी।
कार्यवाही में इमलाख के तीन स्कूल व कालेज के नाम पर बनी बिल्डिंग पर पुलिस प्रशासन द्वारा सीलिंग की गयी कार्यवाही की है।
इस दौरान एसडीएम सदर दीपक कुमार, सीओ सिटी राजेश द्विवेदी, एसीपी विवेक यादव, शहर कोतवाली इंचार्ज इंस्पेक्टर अनिल कपरवान, शेरपुर रुड़की चुंगी चैकी इंचार्ज उप निरीक्षक राघवेंद्र सहित भारी पुलिस फोर्स मौजूद रहा। सीओ सिटी राजेश द्विवेदी ने बताया कि इमलाख को विरोध करने पर हिरासत में ले लिया गया था, लेकिन बाद में खेद जताने पर पुलिस हिरासत से उसको रिहा कर दिया गया है।
अब उसकी सील की गयी संपत्ति पुलिस की निगरानी में रहेगी। बता दें कि योगी आदित्यनाथ सरकार में माफिया और बदमाशों के खिलाफ अवैध स्तर पर और अपराध के रास्ते से बनाई गई संपत्ति के जब्तीकरण की कार्यवाही बड़े पैमाने पर की जा रही है। बाबा कोचिंग सेंटर के मालिक हिस्ट्रीशीटर इमलाख की करोड़ों रुपए की कृषि भूमि व घर को भी पुलिस प्रशासन ने जब्त कर लिया था।
बाबा कोचिंग सेन्टर से चर्चाओं में आया था इमलाख
छोटे से कोचिंग सेन्टर से अपने करियर की शुरूआत करने के बाद मेडिकल कालेज के मालिक बनने तक के सफर में इमलाख बाबा कोचिंग सेन्टर से चर्चाओं में आया था।
इस दौरान उस पर आरोप लगे थे उसके द्वारा यूपी बोर्ड से लेकर प्रोफेशनल तक की डिग्रिया मिनटों में उपलब्ध करा दी जाती थी। इस दौरान इमलाख के खिलाफ धोखाधड़ी के मुकदमें में कायम हुए थे।
उसको इसमें कई बार जेल भी जाना पड़ा। रुड़की रोड पर छोटे से कोचिंग सेंटर से इमलाख आज फार्मेसी कॉलेज और बेशकीमती संपत्ति का मालिक बन बैठा।
दो जून 2017 को गांव शेरपुर में पुलिस टीम पर हुए हमले में इमलाख खान का नाम आने के बाद शहर कोतवाली पुलिस ने उसकी हिस्ट्रीशीट खोल दी थी।
मेडिकल कोर्स में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं में हलचल
बरला-बसेडा रोड पर गांव भमावडी में हिस्ट्रीशीटर इमलाख की बाबा इंस्टीट्यूट की संपत्ति कुर्क की कार्यवाही के बाद इमलाख के स्कूल कॉलेज में अध्ययनरत छात्र छात्राओं में भी अपने भविष्य को लेकर हलचल मची रही।
जिस समय एसडीएम सदर और सीओ सिटी राजेश द्विवेदी भारी पुलिस फोर्स के साथ बाबा इंस्टीट्यूट फार्मेसी पर गये तो वहां पर मेडिकल कोर्स करने के लिए कॉलेज में अध्ययनरत काफी संख्या में छात्र छात्राएं मौजूद थे। इनको वहां से चले जाने के लिए कहा गया।
इन छात्रों को बताया गया कि पुलिस प्रशासन के अफसर कुछ पूछताछ के लिए यहां आये हैं, लेकिन अब जबकि उक्त कॉलेज और अन्य संपत्ति शासन के पक्ष में जब्त कर ली गयी हैं तो इसकी सूचना मिलने पर इन छात्र-छात्राओं में अपने भविष्य को लेकर चिंता बनी हुई है। इनमें बी. फार्मा और डी. फार्मा में अध्ययनरत छात्र छात्राएं शामिल हैं।