- लाखों व करोड़ों पगड़ी देने के बाद बने थे दुकानों के मालिक
- एक ही झटके में मालिकाना हक छिनने से आ सकते हैं सड़कों पर
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: गुरुवार को एसडी मार्किट परिसर में दि सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन की सभी मार्किट के व्यापारी नेताओं और प्रतिनिधियों की मीटिंग का आयोजन किया गया। इससे पहले ही कुछ व्यापारी नेताओं ने स्पष्ट कर दिया कि अभी किसी आंदोलन की राह पर चलने के बजाये मामले को सुलझाने के लिए सभी पहलुओं पर गौर करते हुए मार्किट का मालिकाना हक रखने वाले जिम्मेदारों से बात की जायेगी। न्यू एसडी कॉलेज मार्किट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नामदेव ने बताया कि अभी किसी भी प्रकार के आंदोलन को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
सभी एसोसिएशन और मार्किट की संयुक्त सभा बुलाई गई। इसमें दि सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन के पदाधिकारियों को भी बुलाया गया। उनसे मिले भी थे। मार्किट में एसोसिएशन का काम देखने वाले मैनेजर जसंवत सिंह और अनिल कुमार से भी मिलकर मामले को समझा गया है।
अनिल नामदेव ने बताया कि उनका कहना है कि व्यापारियों को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, कुछ भी गलत नहीं किया गया है, सभी दस्तावेज उनके पास हैं। एसोसिएशन के संरक्षक और भाजपा नेता राकेश कंसल ने फोन पर हुई वार्ता में बताया कि अभी आंदोलन के लिए कोई बड़ा निर्णय नहीं लिया गया है। सात दिन का समय भले ही प्रशासन ने दिया हो, लेकिन व्यापारी चीजों को समझने का प्रयास कर रहे हैं।
एसोसिएशन की 4-5 मार्किट हैं, सभी मिलकर इसमें निर्णय लेंगे। हमने एसोसिएशन के सचिव डॉ. चन्द्र कुमार जैन से वार्ता की है। उनका कहना है कि सभी दस्तावेज उनके पास हैं। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं होने का भरोसा दिया है। राकेश कंसल का कहना है कि इतनी बड़ी मार्किट दशकों से चल रही है, वह स्वयं यहां 1982 से व्यापार कर रहे हैं, कभी भी इस तरह की चीजें या बात सामने नहीं आई हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन का निर्णय आगे लिया जा सकता है।
ये हैं सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन की स्थिति
वर्तमान में दि सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन जोकि शासन की व्यवस्था के अनुसार रजिस्टर्ड कराई गई है, में पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता सोमांश प्रकाश अध्यक्ष, डॉ. चन्द्र कुमार जैन, सचिव, हरीभूषण गुप्ता उपाध्यक्ष और आकाश कुमार सह सचिव हैं। एसोसिएशन का कार्यालय सनातन धर्म गर्ल्स इण्टर कॉलेज के पास ही चलाया जा रहा है। इसमें एसोसिएशन की मार्किट व शिक्षण संस्था के कामकाज को मैनेजर जसवंत सिंह और अनिल कुमार आदि देखते हैं। इनके जिम्मे ही मार्किट के दुकानदारों से किराया वसूलना, मार्किट में दुकानों का स्थानांतरण व अन्य मामलों में कार्यवाही, रख रखाव तथा निर्माण आदि के मामले देखे जाते हैं। ज्यादातर व्यापारियों का सम्पर्क जसवंत व अनिल से रहता है, या फिर सचिव डॉ. चन्द्र कुमार व्यापारियों से जुड़े रहते हैं।
नहीं हुए अफसर शांत, दुकानदारों को देंगे नोटिस
नगरपालिका परिषद् के द्वारा जिलाधिकारी के आदेश पर दि सनातन धर्म कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष व सचिव को नोटिस जारी करते हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त करने और क्षतिपूर्ति के रूप में 190 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जमा कराने का नोटिस दिये जाने के बाद अफसर शांत नहीं है। अब इस मामले में एसोसिएशन की सभी 4-5 मार्किट के दुकानदारों को व्यक्तिगत नोटिस जारी करने की तैयारी की जा रही है।
नोटिस में हुई देरी को लेकर भी उठे सवाल
डीएम सीबी सिंह के आदेश पर बनी कमेटी द्वारा की गई जांच रिपोर्ट सौंपे जाने के एक माह बाद पालिका द्वारा दिये गये नोटिस को लेकर भी सवाल उठ रहे है। जांच समिति ने अपनी आख्या 29 नवम्बर 2022 को एडीएम को सौंपी और वहां से डीएम को प्रेषित कर दी गयी थी । परन्तु 29 नवम्बर को रिपोर्ट मिलने के बाद भी पालिका प्रशासन द्वारा 27 दिसम्बर को यानि करीब एक माह बाद नोटिस जारी किया गया। नोटिस को जारी करने में समय क्यों लगा, इसको लेकर चर्चाओं का दौर है।
एसडी ग्रुप की बिल्डिंगों पर वसूली के नोटिस चस्पा
एसडी मार्केट मामले में नगर पालिका की ओर से जारी हुए 190 करोड़ की वसूली के प्रयास शुरु हो गये हैं, जिसके चलते नोटिस चस्पा कर दिये गये है। नगर पालिका एवं तहसील की संयुक्त टीम ने एसडी डिग्री कॉलेज, एसडी इंटर कॉलेज, सनातन धर्म सभा कार्यालय व एसडी मैनेजमेंट बिल्डिंग पर यह नोटिस चस्पा कर दिया है, जिसमें सात दिन का समय दिया गया है।