जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कासगंज में पुलिस टीम पर हमला करने और सिपाही की हत्या करने वाला मुठभेड़ में ढेर हो गया है। आरोपी का नाम एलकार है जबकि मुख्य आरोपी फरार बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार काली नदी की कटरी किनारे मुठभेड़ हुई थी। आरोपी एलकार गांव धीमर का रहने वाला था। मुख्य आरोपी मोती फरार है, उस पर 11 मामले दर्ज हैं। एलकार भी पुराना हिस्ट्रीशीटर है। उस पर भी कई मामले दर्ज हैं।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के सिढ़पुरा थाना इलाके के गांव नगला धीमर और नगला भिकारी में अवैध शराब की सूचना पर कार्रवाई को निकले सिढ़पुरा थाने के दारोगा और एक सिपाही की शराब माफियाओं ने घेरकर पिटाई की थी।
उनकी वर्दी उतरवा दी थी और लाठी-डंडों व अन्य हथियारों से जमकर पिटाई की गई। लहूलुहान दरोगा और सिपाही को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया लेकिन, सिपाही की मौत हो गई और दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है।
कल देर शाम सिढ़पुरा थाने के दरोगा अशोक कुमार व सिपाही देवेंद्र बाइक से अवैध शराब बनने की सूचना पर नगला भिकारी और नगला धीमर के जंगलों की ओर पहुंचे थे। वहां आरोपियों ने दोनों को बंधक बना लिया।
उनकी वर्दी उतरवा ली और जमकर पीटा। इसके बाद लहूलुहान अवस्था में छोड़कर भाग गए। जानकारी पर सिढ़पुरा थाना सहित अन्य थानों की पुलिस और पीएसी मौके पर पहुंची। करीब डेढ़ घंटे की तलाशी के बाद दोनों खेतों में पड़े मिले।
घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कठोर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने आरोपियों पर एनएसए लगाने के आदेश दिए हैं। साथ ही घायल दारोगा के इलाज के दिए निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने सिपाही के परिजनों को 50 लाख मुआवजे का एलान किया है। साथ ही आश्रित को सरकारी नौकरी देने के निर्देश दिए हैं।