Saturday, July 27, 2024
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आयशा की तलाश में प्रयागराज पुलिस की कार्रवाई

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  • अतीक की बहन आयशा के घर भवानीनगर में 82 कुर्की का नोटिस किया चस्पा

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: उमेश पाल मर्डर में वांछित अतीक की बहन आयशा नूरी के आवास नौचंदी क्षेत्र भवानी नगर में इलाहाबाद थाना धूमनगंज पुलिस ने 82 की कुर्की का नोटिस चस्पा किया है। आयशा नूरी और उसके दो बेटियां काफी दिनों से उमेश पाल मर्डर में फरार चल रही है। आयशा नूरी के घर उमेश पाल मर्डर के आरोपी गुड्डू मुस्लिम ने पनाह ली थी। जिसके आरोप में एसटीएफ टीम ने डाक्टर अखलाक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

प्रयागराज थाना धूमनगंज की पुलिस शुक्रवार को नौचंदी पुलिस को साथ लेकर भवानी नगर डाक्टर अखलाक के घर पहुंची। उमेश पाल मर्डर में प्रयागराज पुलिस द्वारा थाना धूमनगंज कमिश्नरेट मुकदमा अपराध संख्या 114/23 धारा 302, 307, 147, 148, 149, में अतीक की बहन आयशा नूरी का नाम बढ़ा दिया गया था। आयशा नूरी इसी मुकदमे में तभी से फरार है। प्रयागराज थाना धूमनगंज पुलिस नौचंदी पुलिस को साथ लेकर भवानी नगर मकान नंबर-52 पर पहुंची और 82 की कार्रवाई का कुर्की नोटिस चस्पाया।

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पुलिस ने बताया कि अभी तक आयशा न तो किसी न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है। न ही उसकी गिरफ्तारी हुई है। प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या में अतीक की बहन आयशा नूरी और उसकी दो बेटियों का भी नाम पुलिस ने एफआईआर में जोड़ दिया था। अतीक की बहन आयशा नूरी नौचंदी थाना क्षेत्र भवानी नगर में पति डाक्टर अखलाक के साथ रहती थी। उमेश पाल की हत्या में शूटरों की मदद करने का आरोप इलाहाबाद पुलिस ने भवानी नगर में रहने वाले डाक्टर अखलाक और उसकी पत्नी आयशा नूरी पर लगाया था।

जिसके बाद पुलिस ने अखलाक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बताते हैं उमेश पाल की हत्या करने वाला शूटर गुड्डू मुस्लिम ने भी डाक्टर अखलाक के घर में पनाह ली थी। जिसके बाद एसटीएफ ने अखलाक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन उसकी पत्नी आयशा नूरी और दो बेटियां तभी से फरार चल रही हैं। अखलाक की पत्नी आयशा नूरी ने ही शूटरों की मदद की थी। शूटरों को कार भी अखलाक ने मुूहैया कराई थी। बताते हैं असद और गुड्डू को भी दिल्ली में आयशा ने फ्लैट दिलवाया था।

शातिर सुशील फौजी के डर से वादी नहीं पहुंचा कोर्ट

भदौड़ा गांव के शातिर सुशील फौजी पर दर्ज मुकदमे में वादी ने बयान दर्ज कराने पर अपनी हत्या की आश्ांका जताई है। वादी का कहना है कि वह कोर्ट में बयान दर्ज कराने गया था लेकिन पहले से ही कचहरी परिसर में घात लगाये फौजी और शूटरों के चलते वह बयान दर्ज कराये बिना वापस लौट गया।

भदौड़ा गांव के शातिर सुशील फौजी पर 26 नवम्बर वर्ष 2021 में रोहटा पुलिस ने गंभीर धाराओं 147, 148, 149, 394, 354, 384, 452 में मुकदमा दर्ज किया था। भदौड़ा निवासी इरफान की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। सुशील फौजी और उसके साथियों ने इरफान के घर में घुसकर हथियारों के बल पर पूरे परिवार के साथ मारपीट की थी। महिलाओं को भी बेइज्जत किया था।

उसी मुकदमे में 25 जनवरी वर्ष 2022 को सुशील फौजी ने कोर्ट में सरेंडर किया था। उस वक्त उस पर 25 हजार का इनाम था। गुरुवार को एसीजेएस डी 4 कोर्ट में मुकदमे में वादी इरफान के बयान होने थे। इरफान बयान दर्ज कराने के लिए कचहरी पहुंचा, लेकिन पहले से ही कचहरी में मौजूद सुशील फौजी और उसके साथियों को देखकर इरफान कोर्ट में बयान दर्ज नहीं करा पाया। इरफान का कहना है कि शातिर सुशील फौजी और उसके साथी पहले से ही उसका कोर्ट के बाहर इंतजार कर रहे थे।

उसे जानकारी थी कि मैं बयान दर्ज कराने कोर्ट में जाऊंगा, लेकिन उसके साथ कोई घटना हो सकती थी। जिसके चलते वह बयान दर्ज नहीं करा पाया। पीड़ित इरफान ने बताया कि उसे आशंका है अगर उसने कोर्ट में बयान दर्ज कराये। उसके बाद सुशील फौजी उसकी कभी भी हत्या करवा सकता है। इरफान ने एसएसपी से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है।

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