तीन घटें बाद पहुचें उपजिलाधिकारी तो अंतिम संस्कार के माने परिजन
जनवाणी संवाददाता |
हस्तिनापुर: हस्तिनापुर मुख्य मार्ग पर हुए डबल मर्डर से क्षेत्र में कोहराम मचा है। सोमवार को पीएम के बाद मृतकों के शव गांव पहुचें तो परिजनों ने मंाग पुरी ना होने तक अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। पुलिस अधिकारी ने घटों प्रयास के बाद भी परिजन आलाधिकारियों को बुलाने की मांग पर अडे रहे।
लगभग तीन घटें बाद उपजिलाधिकारी मौके पर पहुचें और मांग पुरी होने के आश्वासन के बाद परिजनों ने मृतक ई रिक्श चालक का अंतिम संस्कार किया।
बता दें कि रविवार देर शाम कस्बें के मुख्य मार्ग स्थित मखदूमपुर कालोनी के समीप पाली निवासी ई रिक्श चालक सुरेंद्र पुत्र रमेश और उसमें सवार पत्रकार की अरविंद उर्फ कालु कि अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
जिसके बाद दोनों के परिजनों ने कार्यवाई की मांग करते हुए घटों हस्तिनापुर मवाना मार्ग पर जाम लगा दिया था। मृतक पत्रकार अरविंद की पत्नि गीता ने अपने बेटे सहित छः लोगों को नामजद कराते हुए थाने पर मुकदमा पंजीकृत कराया था। पुलिस दोनों के शवों का पंचनाम भर पीएम के लिए भेज दिया।
सोमवार सुबह लगभग आठ बजे पीएम के बाद दोनों मृतकों के शव गांव पहुचें तो ई रिक्श चालक के परिजनों ने मृतक सुरेंद्र के अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया। वहीं पत्रकार के परिजनों ने कार्यवाई की मांग को लेकर थाने के समीप संडक पर शव रखकर जाम लगाने का प्रयास किया।
आलाधिकारियों के जल्द कार्यवाई किये जाने के आश्वासन पर मृतक पत्रकार अरंविद का परिजनों ने लगभग नौ बजे अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन ई रिक्श चालक के परिजनों ने मांग पुरी नही होने तक शव के अंतिम संस्कार ना करने की मांग पर अडे रहे। जिसके चलते एसपी देहात कमलेश बहादुर व कई थानों की फोर्स पानी पहुंची और परिजनों से वार्ता कर सुरेंद्र का अतिंम संस्कार करने के लिए कहा।
लेकिन पीडित परिजन आलाधिकारियों को मौके पर बुलाने के मांग करने लगे। लगभग 11 बजे उपजिलाधिकारी मवाना अखिलेश यादव मौके पर पहुंचे और परिजनो की मांग पुरी करने का आश्वासन दिया जिसके बाद परिजनों ने हस्तिनापुर स्थित कर्णघाट पर सुरेंद्र का अंतिम संस्कार किया।