जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: केंद्र सरकार आज रक्षा बलों के लिए ‘अग्निपथ भर्ती योजना’ की घोषणा करने जा रही है। इस योजना के तहत सैनिकों की भर्ती केवल चार साल के कार्यकाल के लिए की जाएगी। योजना के मुताबिक, तीनों सेनाओं के प्रमुख दोपहर 12.30 बजे इसकी घोषणा करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने दो हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सैनिकों की भर्ती के लिए ‘अग्निपथ योजना’ के बारे में जानकारी दी थी जो शॉर्ट-टर्म के लिए बलों में सैनिकों को शामिल करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
‘अग्निपथ भर्ती योजना’ के तहत युवा चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल होंगे और देश की सेवा करेंगे। यह योजना रक्षा बलों के खर्च और आयु प्रोफाइल को कम करने की दिशा में सरकार के प्रयासों का एक हिस्सा है। चार साल के अंत में लगभग अस्सी फीसदी सैनिकों को ड्यूटी से मुक्त कर दिया जाएगा और उन्हें आगे के रोजगार के अवसरों के लिए सशस्त्र बलों से सहायता मिलेगी। कई निगम ऐसे प्रशिक्षित और अनुशासित युवाओं के लिए नौकरी आरक्षित करने में भी रुचि लेंगे जिन्होंने देश की सेवा की है।
सशस्त्र बलों द्वारा प्रारंभिक गणना में वेतन, भत्तों और पेंशन में बचत में हजारों करोड़ का अनुमान लगाया गया था। भर्ती किए गए युवाओं में से सर्वश्रेष्ठ को बी रिक्तियों के उपलब्ध होने की स्थिति में अपनी सेवा जारी रखने का अवसर मिल सकता है।
डीएमए ने भारतीय मॉडल विकसित करने से पहले आठ देशों में इसी तरह के भर्ती मॉडल की स्टडी की थी। अग्निपथ योजना के तहत जवानों को चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा और उसके बाद अधिकतक जवानों को सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि सेवा से मुक्त जवानों को दूसरी जगह नौकरी दिलवाने में सेना एक सक्रिय भूमिका निभाएगी।
इन भर्तियों में बीस फीसदी जवानों को चार साल बाद भी मौका मिलेगा। हालांकि यह तभी संभव होगा। उस समय सेना की भर्तियां निकली हों।