जनवाणी ब्यूरो |
धर्म खबर: सनातन धर्म में हाथों की लकीर का बहुत अधिक महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि, व्यक्ति के हाथों की लकीरें उसके भाग्य के बारे में बताती हैं। इन लकीरों से भाग्य के अलावा शुभ अशुभ जैसी घटनाओं का भी पता चलता है। दरअसल, हस्तरेखा विज्ञान इन रेखाओं के अर्थ का अध्यन है। हाथों की रेखा शास्त्रों के मुताबिक, व्यक्ति की हथेली में बनने वाले उभार, लकीर और निशान से उसके भाग्यशाली होने के बारे में बताती है। हालाकिं, यह रेखाएं समय के अनुसार बदलती रहती हैं।
कहा जाता है कि, रेखाओं के बदलने से नए चिन्हों का निर्माण होता है। जिसमें कई बार शुभ होती हैं तो कभी अशुभ। जिसके चलते व्यक्ति को व्यापार और अन्य क्षेत्रों में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हाथों की रेखा के अनुसार, किसी भी व्यक्ति के हाथों की कुछ रेखाएं उसके जीवन से जुड़े कई राज उजागर करती है। तो ऐसे में आइए जानते हैं उन रेखाओं के बारे में…
गुरू पर्वत
अगर हथेली में गुरू पर्वत के पास सूर्य पर्वत से कोई अन्य रेखा का मिलन होता है, तो यह और भी शुभ होता है। हस्त रेखा शास्त्र के मुताबिक ऐसे व्यक्ति को कभी भी धन की कमी नहीं होती।
दो सूर्य रेखाएं
यदि किसी की हथेली पर दो सूर्य रेखा बन रही हैं, तो ऐसे व्यक्ति बहुत ही खास होते हैं। साथ ही इन लोगों को समाज में भी काफी सम्मान मिलता है और जीवन धन संपत्ति से काफी समृद्ध रहता है।
सूर्य पर्वत
यदि किसी व्यक्ति के हाथों में सूर्य पर्वत ऊंचा उठा होता है, तो बेहद शुभ होता है। उस व्यक्ति को जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
मछली का चिन्ह
हथेली के ऊपरी भाग में मणिबंध के पास जीवन रेखा से लगा हुआ मछली का चिन्ह मिलता है, तो ये व्यक्ति शुभ होते हैं। ऐसे लोगों को पैतृक संपत्ति की भी प्राप्ति होती है।