- आधा दर्जन बदमाशों ने घटना को दिया अंजाम
- पुलिस कर रही घटना को छिपाने का प्रयास
- महंत को दिया लूट की रकम वापिस देने का आश्वासन
- संत समाज में रोष, न्याय ने मिलने पर दी आंदोलन की चेतावनी
जनवाणी संवाददाता |
मोरना: आधा दर्जन से अधिक हथियारबंद बदमाशों ने एक आश्रम में धावा बोलकर आश्रम के भगत को बंधक बना लिया तथा आश्रम में लूटपाट शुरू कर दी। आश्रम के महंत ने जब विरोध किया, तो बदमाशों ने तमंचों की बटों से महंत को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
बदमाश आश्रम में रखी हजारों रूपये की नकदी व चांदी की अंगूठियां लूटकर ले गये। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महंत को चिकित्सीय उपचार दिलाकर उसकी रकम लौटाने का आश्वासन देते हुए कार्रवाई करने से मना कर दिया।
भोपा थाना क्षेत्र के ग्राम बिहारगढ़ में करीब बीस वर्षों से अयोध्या निवासी राघव गिरी महाराज अपना आश्रम बनाकर रह रहे हैं। इस आश्रम में उनके द्वारा आवारा गोवंश को सहारा दिया जाता है। उनके साथ उनका भगत रतन भी रहता है। बताया जाता है कि रविवार की देर रात्रि में आधा दर्जन बदमाश आश्रम में घुस आये।
बदमाशों के हाथों में तमंचे व राईफलें थी। बदमाशों ने आश्रम में रतन को बंधक बना लिया और लूटपाट करने लगे। बदमाशों द्वारा की जा रही लूटपाट का जब राघव गिरी महराज ने विरोध किया, तो बदमाशों ने राघव गिरी के सिर पर तमंचों की बटों से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
बदमाशों ने आश्रम में जमकर लूटपाट की और जो भी मिला लूटकर ले गये। राघव गिरी के अनुसार आश्रम में 14 हजार रूपये की नकदी व तीन चांदी की अंगूठी रखी हुई थी, जिसे बदमाश उठाकर ले गये हैं। बदमाश राघव गिरी की जैकेट भी उठाकर ले गये हैं।
लूटपाट की घटना की सूचना रात्रि में ही पुलिस को दी गई, जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल महाराज का उपचार कराकर उसे वापिस उसके आश्रम में छोड़ दिया। राघव गिरी महाराज का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसे आश्वासन दिया है कि वह उसकी लूट की रकम दे देंगे।
इसलिए इस मामले में कोई मुकदमा दर्ज ना करायें। महाराज के साथ हुई घटना की सूचना जब उनके समर्थकों व संत समाज को लगी, तो उनमें रोष फैल गया और सोमवार की सुबह आश्रम में भारी भीड़ एकत्रित हो गई। संत समाज का कहना है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार है, जो स्वयं एक संत हैं और संतों की सरकार में संतों पर ही अन्याय हो रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। यदि पुलिस ने बदमाशों को गिरफ्तार कर कार्रवाई नहीं की, तो संत समाज आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
पुलिस कर रही घटनाओं को छिपाने का प्रयास
भोपा थाना क्षेत्र में बदमाशों के हौंसले बुलन्द हैं और लगातार चोरी व लूट की घटनाएं घटित हो रही है। पुलिस इन घटनाओं का खुलासा करने के बजाए घटनाओं की लीपापोती करने में लगी हुई है। बता दें कि क्षेत्र के ग्राम मोरना में 8 मार्च को राजेन्द्र धीमान पुत्र मूलचंद, जाकिर पुत्र इनाम निवासी मोरना व छछरौली के प्राथमिक विद्यालय में चोरों द्वारा चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया था, परन्तु पुलिस ने इनमें से केवल जाकिर के घर हुई घटना की ही रिपोर्ट दर्ज की थी।
इसके अलावा 12 मार्च को क्षेत्र के ग्राम रहमतपुर में बियर के ठेके पर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था, इसके अलावा मोरना के ही एक घर में भी चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था, परन्तु पुलिस ने इन मामलों में भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। भेपा पुलिस द्वारा चोरी की घटनाओं को रोकने के बजाए उसे अपराधिक आंकड़ों में रोकने का प्रयास किया जा रहा है, यही कारण है कि बिहारगढ़ में महाराज के आश्रम में हुई लूट की घटना को लिखने के बजाए इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि लूट के पैसे पुलिस लौटा देगी, घटना को दर्ज न कराया जाये।