जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को यह कहते हुए जाकिया जाफरी की याचिका खारिज कर दी थी कि कानून का दुरुपयोग करना ठीक नहीं। इस दौरान कोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ का भी जिक्र किया था। इसके अगले दिन शनिवार को गुजरात एटीएस सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के मुंबई स्थित घर पहुंची। उन्हें हिरासत में लिया गया है। सीतलवाड़ को सांताक्रूज पुलिस स्टेशन ले जाया गया। एटीएस की टीम उन्हें लेकर अहमदाबाद के लिए रवाना हो गई है।
Gujarat ATS team reaches Teesta Setalvad's residence in Mumbai related to a case on her NGO pic.twitter.com/N2hkuqPG00
— ANI (@ANI) June 25, 2022
Gujarat ATS detained and took activist Teesta Setalvad to Santacruz police station in Mumbai pic.twitter.com/X72wZ1pyee
— ANI (@ANI) June 25, 2022
Who is he
— Satyajith (@satyajithpinku) June 25, 2022
बता दें कि गुजरात दंगों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी में पीएम नरेंद्र मोदी समेत 55 राजनेताओं व अधिकारियों को मिली क्लीन चिट के खिलाफ जाकिया जाफरी ने याचिका की थी। कोर्ट ने शुक्रवार को यह कहते हुए उनकी याचिका को खारिज कर दिया कि कानून का दुरुपयोग करना ठीक नहीं।
कोर्ट ने एसआईटी की तारीफ की और सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि जितने लोग कानून से खिलवाड़ करते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ का भी नाम लिया और कहा कि सीतलवाड़ के खिलाफ और जांच की जरूरत है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था, ”भाजपा की विरोधी राजनीतिक पार्टियां, कुछ वैचारिक राजनीति में आए हुए पत्रकार और कुछ एनजीओ ने मिलकर..इस त्रिकूट ने मिलकर इन आरोपों को इतना प्रचारित किया.. और इनका इकोसिस्टम भी इतना मजबूत था कि धीरे-धीरे लोग झूठ को ही सत्य मानने लगे।
शाह ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि अदालत ने भी कहा कि जाकिया जाफरी किसी और के इशारे पर काम कर रही थीं। शाह ने तीस्ता सीतलवाड़ का भी नाम लिया जिनका एनजीओ पूरे केस में खासा सक्रिय था। उन्होंने तहलका पत्रिका के स्टिंग ऑपरेशन का भी जिक्र किया और कहा कि अदालत ने उसको खारिज कर दिया है।