Friday, April 19, 2024
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किसानों ने भरी आंदोलन की हुंकार, दो नवंबर को होगी बड़ी पंचायत

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  • सिनौली नंगला के इंटर कॉलेज में क्षेत्र के किसानों की पंचायत में लिया निर्णय
  • किसी तरीके से किसानों को शोषण बर्दाश्त नहीं करने की दी चेतावनी

जनवाणी संवाददाता |

बड़ौत: गन्ना भुगतान नहीं होने और देरी से किए भुगतान के ब्याज की मांग को लेकर व ऊर्जा निगम द्वारा किए जा रहे उपभोक्ताओं के शोषण के खिलाफ किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी। इस पंचायत में वक्ताओं ने कहा कि इस बार आरपार की लड़ाई होगी। अब बहुत हो चुका है। अब खुद को शोषण बर्दाश्त से बाहर हो गया है।

वक्ताओं ने कहा कि किसानों को पत्ती जलाने पर जेल भेजा जाएगा। ट्रांसफार्मर कम पावर का बिजली के बिल दोगुणा लिए जा रहे हैं। किसानो के भुगतान पर मिल ब्याज नहीं दे रही हैं। ऊर्जा निगम उनसे 24 प्रतिशत का ब्याज ले रहा है। अब ऐसा नहीं चलेगा। पंचायत में निर्णय लिया कि अब दो नवंबर को बड़ौत तहसील में होने वाली पंचायत ही आंदोलन की रूपरेखा बनाएगी।

बुधवार को नंगला सिनौली के इंटर कालेज में पंचायत हुई। इस पंचायत का आयोजन किसान यूनियन द्वारा किया गया था। इस मौके पर रमाला मिल के पूर्व चेयरमैन धर्मपाल सिंह ने कहा कि किसानों का शोषण करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहा है। जब तक किसान एकजुट नहीं होंगे तब तक कुछ भी नहीं होगा। उनकी फूट का ही फायदा अधिकारी उठा रहे हैं।

उनके लिए एकजुटता जरूरी है। पंचायत की अध्यक्षता कर रहे किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष थांबा चौधरी ब्रजपाल सिंह ने कहा कि ऊर्जा निगम के ट्रांसफार्मर कम पावर और किसानों के बिजली का बिल दोगुणा से अधिक वसूला जा रहा है। यह हर गांव व हर ट्रांसफार्मर की स्थिति है। विक्रम आर्य ने कहा कि गन्ना भुगतान न होने को लेकर किसानों में आक्रोश है।

उन्होंने कहा कि गन्ना भुगतान नहीं होने बिजली का बिल भुगतान नहीं हो रहा है। देरी से भुगतान करने पर उनसे 24 प्रतिशत ब्जाज लिया जाता है। जबकि गन्ने के बकाए पर उन्हें ब्याज नहीं मिल रहा है। बलजोर सिंह आर्य ने कहा का अभी तक भी मिल ने पिछले साल का भुगतान नहीं किया। किसान एक-एक रुपये के लिए मोहताज बना हुआ है। यूपी में प्रति हार्स पावर बिजली का रेट 195 रुपये है।

यह देश में किसी भी प्रदेश में नहीं है। उन्होंने बताया कि गन्ने की पत्ती जलाने पर प्रदूषण नहीं होता है। किसानों को जेल में भेजने के लिए गन्ने की जलाने की बात की जा रही है। ताराचंद पहलवान ने कहा कि सड़कों पर दौड़ रहे पैट्रोल व डीजल के वाहन अधिक प्रदूषण करते हैं। जबकि किसानों को प्रदूषण का कारक बताया जा रहा है। सोनू प्रधान ने कहा कि अधिकारी अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए किसानों को परेशान कर रहे हैं।

तीन साल से गन्ने का भाव नहीं बढ़ाया गया है। जबकि बाजार में महंगाई तीन साल में दोगुणा हो गई। कई घंटे तक यह पंचायत हुई। सायं के समय इस पंचायत में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि उनका आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक कि अधिकारी किसानों के शोषण को बंद नहीं करेंगे।

अब दो नंवबर को बड़ौत तहसील में पंचायत होगी। पंचायत का संचालन रणवीर सिंह मान ने किया। इसमें पंचायत मे चौबीसी खाप के चौधरी चौधरी सुभाष, विकास बाछौड, विक्रम सिंह आर्य, बलजोर सिंह, राम मेहर सिंह हेवा, विश्वास चौधरी, ओमपाल सिंह, डा. कृपाल सिंह, सतेन्द्र एडवोकेट आदि ने विचार प्रकट किए।

पंचायत में सुनाया रालोद अध्यक्ष अजित सिंह का संदेश

नंगला इंटर कॉलेज मे बढ़े हुए बिजली बिल एवं गन्ना भुगतान समय पर न होने के विरोध में क्षेत्र हुई पंचायत में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह का संदेश रालोद के युवा नेता विश्वास चौधरी ने पढकर सुनाया। अजित सिंह ने कहा कि किसानों की प्रत्येक रणनीति, आंदोलन, एवं किसानोंकी समस्याओं के साथ राष्ट्रीय लोकदल हमेशा साथ रहा है और आगे भी रहेगा। आन्दोलन की जो भी रणनीति होगी उसमे राष्ट्रीय लोकदल साथ रहेगा।

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