- रजवाहे की पक्की पटरी में कटान होने से गड्ढे में जा गिरा बाइक सवार युवक
- परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल, परिवार में पत्नी के साथ एक बेटा और बेटी
- गुस्साएं ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग की लापरवाही पर कार्रवाई, मुआवजे की मांग को लगाया पांच घंटे जाम
- सिंचाई विभाग ने डेढ़ लाख और डीएम की तरफ से पांच लाख रुपये के मुआवजे का दिया आश्वासन
जनवाणी संवाददाता |
जानी खुर्द: पूठरी गांव निवासी एक युवक बाइक पर सवार होकर गुरुवार को कलंजरी चप भोला रजवाहा पटरी मार्ग से होते हुए भूड़बराल फैक्ट्री जा रहा था। इसी बीच रजवाहे की पक्की पटरी में बने गड्ढे के कारण उसकी बाइक अनियंत्रित होकर जा गिरी। बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर मृतक के परिजन व अन्य ग्रामीण भी मौके पर एकत्रित हो गए।
सिंचाई विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दोषी अधिकारी एवं कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग एवं मृतक के परिवार को आर्थिक मदद दिलाने की मांग को शव वहीं पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया। पांच घंटे तक चले हंगामे के बाद मामले में मुकदमा दर्ज कराने एवं मुआवजा दिलवाए जाने का आश्वासन मिलने के बाद ही ग्रामीणों ने शव को वहां से पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
पूठरी गांव निवासी 30 वर्षीय नीरज पुत्र राजाराम भूड़बराल की लक्ष्मी फैब्रिक फैक्ट्री में काम करता था। वह गुरुवार सुबह बाइक पर सवार होकर पूठरी से कलंजरी मार्ग पर रजवाहे की पक्की पटरी से होते हुए फैक्ट्री जा रहा था। इसी बीच सड़क में एक तरफ गड्ढा बना हुआ था, वहां से सड़क काफी धंसी हुई थी, इसी बीच बाइक उस गड्ढे में नीचे जा गिरी। इस दौरान उसके सिर व गर्दन में गहरी चोट लगी और नीरज खुद को संभाल नहीं सका। जिससे नीरज की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों ने इसकी सूचना परिजनों को दी, इस दौरान मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए।
दुर्घटना का मुख्य कारण सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही होना बताते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा कर दिया। आरोप है कि यदि रजवाहे की पटरी में कटान न होता तो शायद नीरज की जान नहीं जाती। मामले में जो भी सिंचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारी दोषी हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने एवं मृतक के परिवार में पत्नी व एक बेटा व बेटी जोकि पांच से छह वर्ष की हैं। आर्थिक मदद को लेकर शव रजवाहे की पटरी पर रखकर सिंचाई विभाग के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। मौके पर पुलिस पहुंची और गुस्साएं लोगों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ शांत नहीं हुई।
दोपहर करीब एक बजे नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को बताया कि मामले में सिंचाई विभाग के लापरवाह अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। साथ ही सिंचाई विभाग की तरफ से डेढ़ लाख रुपये का मुआवजा एवं शासन की तरफ से जो आर्थिक मदद मिलेगी उस पर डीएम की तरफ से पांच लाख रुपये की सहायता कराने का आश्वासन दिया गया। तब जाकर करीब पांच घंटे तक चले हंगामे के बाद ग्रामीण शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने को राजी हुए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जा सका।
सिंचाई विभाग के जिलेदार की ये कैसी पेट्रोलिंग?
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने जिलेदार के साथ अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारियों को रात्रि के समय रजवाहे की पटरी की पेट्रोलिंग के लिए बुधवार को दिन में निर्देशित किया गया था। जनवाणी ने इस समाचार को गुरुवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। वहीं दूसरी तरफ बुधवार की रात्रि में ही पूठरी-कलंजरी मार्ग पर रजवाहे की पटरी में कटान होने के चलते बने गड्ढे में बाइक सवार युवक की मौत के मामले में सिंचाई विभाग फिर से सवालों के घेरे में आ खड़ा हुआ है।
आखिर यह सिंचाई विभाग के जिलेदारों की यह कैसी पेट्रोलिंग कि अधिशासी अभियंता द्वारा जारी निर्देश के चंद घंटों के बाद इस तरह की घटना फिर से हो गई। घटना के बाद मामले में लापरवाही पर कार्रवाई की जगह अधिशासी अभियंता अब कम स्टाक होने की बात कहते हुए मामले से पल्ला झाड़ते दिखाई देने लगे हैं। सिंचाई विभाग का कर्मचारी उधर से पेट्रोलिंग करते हुए गया था।
उसके बाद शेह आदि द्वारा संभवत पटरी में कटान किया गया होगा। एसके लाम्बा ने बताया कि वह गुरुवार को दिल्ली गाजियाबाद के लिए जो पानी की सप्लाई गंगनहर से होती है, उस सिलसिले में गए हुए थे। वैसे घटना की जानकारी पर सिंचाई विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौके पर भेजे गए थे।
- घटना के वक्त मैं मौके पर नहीं था
पूठरी में हुई घटना में मैं मौके पर नहीं जा सका, मैं गाजियाबाद की तरफ गया था। जिस जगह यह घटना हुई रात्रि में करीब 11 बजे तक पटरी ठीक थी,बाद में शेह आदि द्वारा संभवत कटान किया गया है। फिलहाल विभाग में कम स्टाप होने के बाद भी पेट्रोलिंग कराई जा रही है। -एसके लाम्बा, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग मेरठ।