- मोदीपुरम और मवाना रोड के बीच शहर से होकर ही आपस में है कनेक्टिविटी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मोदीपुरम और मवाना रोड के बीच शहर से होकर ही आपस में कनेक्टिविटी हैं। सीधे कोई संपर्क मार्ग नहीं हैं, जबकि मोदीपुरम और मवाना रोड के बीच कोई बाइपास होना चाहिए। इसको लेकर भाजपा के कैंट विधायक अमित अग्रवाल, मेरठ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय, मेडा के टाउन प्लानर विजय कुमार आदि अधिकारियों की टीम मोदीपुरम व मवाना रोड के बीच के क्षेत्र में संभावनाएं तलाशने के लिए पहुंची। टीम ने करीब तीन घंटे मशक्कत की। मास्टर प्लान का मानचित्र भी टीम मौके पर लिये थी। इसी को लेकर अध्ययन किया।
भाजपा के कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने मेडा वीसी को एक प्रस्ताव दिया हैं, जिसमें शहर के यातायात को सुगम बनाने की मांग की हैं। दरअसल, मोदीपुरम से जो ट्रैफिक मवाना रोड पर जाना होता हैं, वो पूरा ट्रैफिक पहले मोदीपुरम होते हुए टैंक चौराहे पर पहुंचेगा, फिर वो बेगमपुल होते हुए मवाना स्टैंड पर जाएगा। इसके बाद ही ये ट्रैफिक मवाना रोड पर पहुंच पाता हैं। भाजपा विधायक इसकी कवायद कर रहे हैं कि मोदीपुरम का ट्रैफिक शहर में जाना ही नहीं चाहिए। उसका डावर्जन बाइपास को विकसित कर करना चाहिए, जिसके लिए अपार संभावनाएं हैं।
रुड़की बाइपास ग्राम जटोली से डौरली, सोफीपुर, खटकाना, मीनाक्षीपुरम, कसेरुखेड़ा, मवाना रोड से होते हुए किला रोड, रसना, दतावली होते हुए गढ़ रोड तक अबू नाला प्रथम व काली नदी के किनारे तक निरीक्षण/ सर्वे टीम ने किया। यहां पर रिंग रोड की निर्माण की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया गया। रिंग रोड शहर के विकास के लिए बेहद आवश्यक हैं, जो बन सकती हैं। इसको लेकर मेडा वीसी और विधायक अमित अग्रवाल के बीच चर्चा हुई और मौके पर ही इसकी संभावनाओं को देखा।
इसमें दो राय नहीं, ये प्रोजेक्ट यदि सिरे चढ़ा तो शहर में लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिल सकती हैं। अब देखना ये है कि ये प्लान सिर्फ कागजों पर ही चलते रहेंगे या फिर धरातल पर भी दिखाई देंगे। क्योंकि शहर की ट्रैफिक जाम की समस्या इस समय सबसे बड़ा नासूर बनी हुई हैं। इसको लेकर अधिकारियों को मंथन करने की आवश्यकता हैं। क्योंकि जाम से हर रोज जनता जूझती रहती हैं, लेकिन मेरठ विकास प्राधिकरण हो या फिर नगर निगम इसमें कोई बड़ा प्लान लेकर अभी नहीं आया हैं।