- एमडीए के एक कर्मचारी को बनाया बंधक, घंटों रहा हंगामा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: ग्रीन बेल्ट में अवैध निर्माणा को लेकर एनजीटी गंभीर हैं। एनजीटी की एक टीम 13 जुलाई को मेरठ दौरे पर आएगी, जिसके दौरे से पहले एमडीए के अधिकारी ग्रीन बेल्ट पर लगातार ध्वस्तीकरण करेंगे। इसके आदेश प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी ने दिये हैं। उपाध्यक्ष के आदेश पर मंगलवार को बागपत बाइपास पर स्थित ग्रीन बेल्ट में बनी दुकानों पर बुलडोजर चला दिया।
यहां एमडीए के एक कर्मचारी को भी लोगों की भीड़ ने बंधक बना लिया था। जिसके बाद एमडीए के अधिकारी घबरा गए। अब एमडीए अधिकारियों ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान पीएसी उपलब्ध कराने की मांग की हैं। क्योंकि मंगलवार को ध्वस्तीकरण के दौरान काफी बवाल हुआ। विरोध भी खूब हुआ, लेकिन यह अभियान अब हर रोज चलेगा। एमडीए इंजीनियरों की टीम ने मंगलवार को बागपत फ्लाई ओवर सर्विस रोड पर स्थित चन्दर, सुरेन्द्र प्रकाश शर्मा आदि की दुकानों पर बुलडोजर चला दिया।
एमडीए इंजीनियरों ने दुकानों को ध्वस्त कर दिया। इसी तरह से ओमप्रकाश यादव व शरद कांत की दुकानों को आंशिक रूप से क्षतिग्र्रस्त किया गया है। इन पर फिर से बुलडोजर चलाया जाएगा। यहां ध्वस्तीकरण का विरोध भी हुआ। इस पूरी कार्रवाई के दौरान एमडीए कर्मचारी बलराम को भीड़ ने बंधक बना लिया था, जिसके बाद एमडीए इंजीनियर डर गए। क्योंकि ध्वस्तीकरण के दौरान फोर्स भी कम थी। कार्रवाई के दौरान जोनल अधिकारी अरुण शर्मा व अवर अभियंता भी मौजूद रहे।
प्राधिकरण का ग्रीन बेल्ट में ध्वस्तीकरण का यह अभियान 13 जुलाई तक जारी रहने वाला हैं। क्योंकि एनजीटी की एक टीम 13 जुलाई को दौरा करेगी तथा यह जानने की कोशिश की जाएगी कि ग्रीन बेल्ट में मौजूद अवैध निर्माणों पर क्या कार्रवाई की गई। इसकी रिपोर्ट टीम एनजीटी में सौंपेगी, जिसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
‘जनवाणी’ ने ग्रीन बेल्ट में बने अवैध निर्माणों के खिलाफ मुहिम चला रखी हैं। परतापुर से लेकर मोदीपुरम तक व्यापक स्तर पर एनएच-58 के दोनों तरफ अवैध निर्माण की बाढ़ आई हुई हैं। खड़ौली में वर्तमान में ही तीन दुकानों पर लिंटर डाल दिया गया है, ये भी ग्रीन बेल्ट में निर्माण हैं। इसमें भी कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं।
एमडीए में इंजीनियरों के तबादले, फिलहाल हॉल्ड पर
मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी ने इंजीनियरों के तबादले कर दिये। फिलहाल इंजीनियरों के तबादलों को होल्ड पर कर दिया है। कहा जा रहा है कि एनजीटी की टीम के दौरे के बाद ही इंजीनियरों का कार्यक्षेत्र बदला जाएगा। नये क्षेत्र में इंजीनियर तभी ज्वाइनिंग करेंगे।
लंबे समय से एमडीए में इंजीनियरों का कार्य क्षेत्र नहीं बदला गया था। अब एमडीए उपाध्यक्ष ने कार्यक्षेत्र में परिवर्तन किया था, ऐसे में एनजीटी की टीम मेरठ दौरा करने के लिए आ रही हैं, जो ग्रीन बेल्ट में ही निर्माणों को देखेगी। इसके बाद ही इंजीनियरों को तबादला लागू किया जाएगा।